कंप्‍यूटर में डिफॉल्‍ट ड्राइव C नाम से ही क्‍यों होती है। इसको लेकर आपके मन में कई बार सवाल आया होगा। हालाकि इसका जवाब काफी आसान है लेकिन उससे पहले हमें ड्राइव के पिछले इतिहास को समझना होगा। आइए पढ़ें पूरी स्‍टोरी....

फ्लॉपी डिस्क ने उलझाया
एमएस-विंडोज वाले सभी कंप्यूटर में डिफॉल्ट ड्राइव को C नाम से जाना जाता है। अगर आप इसमें कोई यूएसबी पोर्ट लगाते हैं तो यह D और E में चला जाता है लेकिन A और B कहां गया यह जानना भी आपके लिए जरूरी है। एक आम यूजर्स के लिहाज से अगर आपने थोड़ी टेक्िनकल बातें समझ लीं तो शायद इस C पहेली का हल आप ढूंढ सकते हैं। दरसअल जब कंप्यूटर की शुरुआत हुई थी इसमें इंटरनल स्टोरेज काफी ज्यादा हुआ करता था।  इसकी वजह थी उनमें लगी फ्लॉपी डिस्क। इस फ्लॉपी डिस्क को A नाम दिया गया, यह दो साइज में आती थी इसलिए दूसरी वाली को B कहा जाने लगा।

हार्ड ड्राइव से काफी कुछ बदला
1980 तक सभी कंप्यूटर में फ्लॉपी डिस्क का ही इस्तेमाल किया जाता था। लेकिन धीरे-धीरे इसकी जगह हार्ड ड्राइव ने ले ली जिसे हम C ड्राइव से जानते हैं। इस ड्राइव में कंप्यूटर का ऑपरेटिंग सिस्टम स्टोर किया जाता था । इसका चलना इतना बढ़ गया कि कंप्यूटर्स से फ्लॉपी डिस्क को हटाना पड़ गया। यानी कि सीधे शब्दों में कहें तो A और B फ्लॉपी डिस्क की जगह C ने ले ली। और आज तक यह C ड्राइव के नाम से ही जानी जाती है।

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari