Allahabad: अगर आपके पास वर्ष 2005 से पहले का पांच सौ का नोट है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है. अभी ये मार्केट में नॉन यूजेबल नहीं हुआ है. इसे आसानी से चलाया जा सकता है. बट ये बात मानने को लोग तैयार नहीं हैं.


पुराने नोटों की गड्डी लेकर पहुंच रहे हैं बैंकहालात यह हैं कि बैंकों में डेली नोट बदलवाने वालों की लाइन लग रही है। बड़ी संख्या में लोग पुराने नोटों की गड्डी लेकर पहुंच रहे हैं। बैंकों द्वारा फिलहाल नोट चेंजिंग की व्यवस्था लागू नहीं किए जाने के बाद ऐसे लोगों को निराश लौटना पड़ रहा है। आरबीआई द्वारा कुछ दिन पहले पांच सौ रुपए के नोट को लेकर गाइड लाइन जारी किए जाने के बाद यह कन्फ्यूजन क्रिएट हुई है, जिसको लेकर मार्केट में ऊहापोह की स्थिति बनी है।केवल खाते में कर सकते हैं जमा


आरबीआई की गाइड लाइन है कि एक अप्रैल के बाद वर्ष 2005 से पहले के पांच सौ रुपए के नोट बैंकों में बदले जाएंगे। यह कदम मार्केट में चल रहे जाली नोटों पर लगाम कसने के लिए उठाया गया है। फिलहाल इस आदेश से उन लोगों को ज्यादा प्रॉब्लम है जिनके पास बल्क में ऐसे नोट मौजूद हैं और वह इन्हें अभी से चेंज कराने के लिए बैंकों के चक्कर काट रहे हैं। फिलहाल बैंकों ने ऐसी सिचुएशन से निपटने के लिए कोई अलग से काउंटर तो नहीं खोला है लेकिन एकाउंट में जमा कराने की व्यवस्था कर रखी है। कस्टमर संबंधित बैंक के खाते में ऐसे नोट विद पैन कार्ड जमा करा सकता है। आईडेंटिटी प्रूव करने के लिए पैन कार्ड साथ रखने का नियम बनाया गया है।

Norms के बाहर सभी नोट non useableआरबीआई से भले ही अभी तक नई करेंसी बैंकों के पास नहीं भेजी गई है लेकिन बैंक अपनी ओर से पूरी एहतियात बरत रहे हैं। ऑफिसर्स की मानें तो खाते में जमा कराए जाने वाले नोटों को आरबीआई के नॉम्र्स के आधार पर ही चेक करने के बाद मार्केट में भेजा जा रहा है। ऑफिसर्स भले ही खुलकर न बोलें लेकिन सच्चाई यह है कि बैंक भी ऐसे नोटों को वापस मार्केट में रिलीज करने से कतरा रहे हैं। उम्मीद है कि आरबीआई जल्द ही रिक्वायरमेंट के आधार पर पांच सौ की नई करेंसी बैंकों को भेज देगा और इसके बाद पुराने नोटों को बदलवाने का सिलसिला शुरू कर दिया जाएगा। क्यों लिया गया step


मार्केट में नकली नोटों की भरमार हो जाने के बाद आरबीआई को यह स्टेप उठाना पड़ा। यह भी बताया जा रहा है कि चीन से भारी मात्रा में नकली इंडियन करेंसी सप्लाई की जा रही है। इस पर लगाम लगाना जरूरी हो गया है। बावजूद इसके एक अप्रैल तक कस्टमर निश्चिंत होकर पुराने नोट चला सकते हैं। एक अप्रैल के बाद खुद ब खुद बैंक नोट चेंजिंग की फैसिलिटी प्रोवाइड कराएंगे। इसके लिए बैंकों में अलग से काउंटर भी खोले जाएंगे।आरबीआई की नेक्स्ट गाइड लाइन का इंतजार किया जा रहा है। नई करेंसी आने के बाद पांच सौ के पुराने नोट चेंज किए जाएंगे। लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। फिर भी जरूरी हो तो वह अपने खाते में ऐसे नोट जमा करा सकते हैं।रवींद्र कुमार वर्मा, मुख्य प्रबंधक, लेखा एवं प्रशासन स्टेट बैंक ऑफ इंडिया मेन ब्रांच

Posted By: Inextlive