- राजधानी के बस अड्डों पर शुरू हुई फ्री वाई-फाई सेवा का किसी ने नहीं लिया लाभ

- लोगों के रुझान न दिखाने से सेवा प्रदाता और परिवहन निगम के बीच हुआ करार रद

LUCKNOW: लोगों को रोडवेज बसों तक ले जाने के लिए परिवहन निगम ने फ्री वाई-फाई सेवा शुरू की लेकिन लोगों ने इसका यूज नहीं किया। जिस पर निगम ने रोडवेज बसों और बस अड्डों पर फ्री वाई-फाई सेवा दिए जाने की योजना को बंद कर दिया है। निगम के अधिकारियों के अनुसार मोबाइल यूजर्स को विभिन्न कंपनियां बहुत कम कीमत पर इंटरनेट की सुविधा दे रही हैं, जिससे लोग रोडवेज की सेवा का यूज नहीं कर रहे हैं।

200 बस अड्डे होने थे वाईफाई

परिवहन निगम ने 2015 में 12000 रोडवेज बसों और 200 बस अड्डों पर फ्रीवाई-फाई देने की योजना बनाई थी। इसकी शुरुआत राजधानी के कैसरबाग और चारबाग बस अड्डों से हुई। दिल्ली रूट की 6 बसों में भी इसे शुरू किया गया। न तो बस अड्डे और ना ही बस में किसी ने वाई-फाई की डिमांड की। जबकि बस अड्डे पर यात्रियों को फ्री वाई-फाई की जानकारी देने के लिए कंपनी ने एक व्यक्ति भी तैनात किया था।

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नहीं बढ़े यूजर्स

सेवा देने वाली कंपनी को उम्मीद थी कि फ्री वाई-फाई की सुविधा से यूजर्स की संख्या बढ़ेगी और उसे विज्ञापन मिलने लगेंगे। ऐसे में उसने परिवहन निगम से सेवा देने के लिए अधिक राशि भी नहीं मांगी, लेकिन योजना के फेल होते ही सेवा देने वाली कंपनी ने भी निगम से यह करार खत्म कर दिया।

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लोगों ने इंटरनेट की फ्री सेवा नहीं ली। ऐसे में इस व्यवस्था पर खर्च करने से निगम पर बोझ पड़ता। ऐसे में यह सेवा बंद कर दी गई।

डॉ। राज शेखर, एमडी

परिवहन निगम

Posted By: Inextlive