हजारों लोगों की दिक्कत पर काम शुरू
रेवेन्यू की संभावनाएं फुटओवर ब्रिज बनने की दिशा में विज्ञापन से होने वाली आमदनी को लेकर बोर्ड के रेवेन्यू डिपार्टमेंट को मसौदा तैयार करने का काम सौंपा गया है। रेवेन्यू की संभावनाओं को देखा जा रहा है ताकि ब्रिज के निर्माण के लिए आगे किसी संस्था से बात की जा सके और राजस्व प्राप्ति के आधार पर ही एग्रीमेंट किया जा सके। इन दोनों काम के पूरा होते ही कैंट बोर्ड पूरे प्रोजेक्ट रिपोर्ट को कैंट बोर्ड की अगली जनरल बोर्ड मीटिंग में पेश करने की योजना बना रहा है ताकि बोर्ड से पास होने के बाद आगे कदम बढ़ाया जा सके।लेंगे परमीशन
राजस्व प्राप्ति के साथ ही कैंट बोर्ड स्टेट हाई-वे अथॉरिटी से भी परमीशन के लिए लेटर लिखने जा रहा है। इनके बिन निर्माण संभव नहीं है। इस फुटओवर ब्रिज के साथ कैंट बोर्ड और एमडीए संयुक्त रूप से जीरो माइल के पास भी फुट ओवर ब्रिज बनाने की योजना पर पहले ही काम कर चुके हैं। तत्कालीन एमडीए उपाध्यक्ष तनवीर जफर अली की अगुवाई में इस दिशा में काम काफी बढ़ गया था। फिलहाल इस पर ब्रेक लगा हुआ है।मिलेगी जाम से मुक्ति
अगस्त में हुई बोर्ड बैठक में सभासद बीना वाधवा ने फुटओवर ब्रिज का मुद्दा उठाया था। उनका तर्क था कि फुटओवर ब्रिज बनने की स्थिति में यहां होने वाली भीड़ और ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिल जाएगी। जिस पर काम करने की सहमति बोर्ड अध्यक्ष मेजर जनरल वीके यादव ने भी जतायी थी।'फुटओवर ब्रिज निर्माण के लिए जो भी आवश्यक काम हैं, उन पर तेजी से प्रयास चल रहा है। उम्मीद है कि इस पर अगली बोर्ड बैठक में सदस्यों के लिए कोई मसौदा पेश किया जा सके.'- एमए जफर, पीआरओ, कैंट बोर्ड