सात मंजिला व 32 टायरों वाला कार्गो विमान भारत में हुआ लैंड
ईंधन भराने उतरा भारत
विश्व का सबसे बड़ा मालवाहक विमान -एंतोनोव एएन-225 देर रात हैदराबाद के शमशाबाद राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा। इस मालवाहक विमान में छह टर्बोफेन इंजिन लगे हैं और यह अब तक बना सबसे बड़ा व भारी विमान है। यूक्रेन के कीव एटरपोर्ट से रवाना हुआ यह विमान एक दिन हैदराबाद में रूकेगा और उसके बाद यह आस्ट्रेलिया के पर्थ शहर के लिए रवाना होगा। विमान के हैदराबाद पहुंचने पर जीएमआर के प्रबंधक ने कहा कि यह हैदराबाद ही नहीं बल्कि देश के लिए भी गौरव की बात है, क्योंकि हमारे पास ऐसा इंफ्रास्ट्रक्चर है कि दुनिया का सबसे बड़ा विमान यहां लैंड कर सकता है।
विमान की यह हैं विशेषताएं :-
- यह 640 टन तक के भार के साथ उड़ान भर सकता है।
- इस विमान की क्षमता 1500 लोगों को एक साथ ले जाने की है जो किसी भी बड़े विमान की तुलना में कई गुना अधिक है।
- इस विमान का निर्माण 80 के दशक में रूस के एक स्पेसक्राफ्ट को लॉन्चपैड तक ले जाने के लिए किया गया था।
- यह एक बार में 4000 किलोमीटर तक की यात्रा कर सकता है।
- यह प्लेन सात मंजिला है तथा इसमें 32 टायर होने के साथ 6 इंजन है। इस विमान में 117 टन का इलेक्ट्रिक जनरेटर लगा है।
- यह दुनिया का अकेला ऐसा विमान है, जिसका विंग एरिया बोइंग 747 प्लेन के विंग एरिया से तकरीबन दोगुना है।
- यह कार्गो विमान 10 ब्रिटिश टैंक लेकर उड सकता है।
- लंबे समय तक इस कार्गो का इस्तेमाल सोवियत आर्मी द्वारा किया गया था।
- स्पेसशिप ले जाने के लिए इस कार्गो का इस्तेमाल नासा भी कर चुका है।