बात चाहें स्‍लम एरिया में रहने वाले लोगों की हो या फिर पॉश एरिया में रहने वाले रईसों की। लगभग हर कोई मच्‍छरों के आतंक का भुग्‍तभोगी होगा। ऐसे में जरूरी है इन जानलेवा मच्‍छरों से बचाव। वैसे क्‍या आपको पता है कि मच्‍छर भी इंसानों को काटने के लिए फुल-फ्लैश स्‍ट्रेटजी अपनाते हैं। आइए इसी क्रम में एक व्‍यंग्‍य के माध्‍यम से आपको बताते हैं कि कैसे मच्‍छर बनाते हैं स्‍ट्रेटजी। कैसे करते हैं वो आपस में बात कि करना है अपनी प्रजाति का विस्‍तार। उनकी स्‍ट्रेटेजी को जानकर करिए अपना भी घर चेक कि पूरी तरह से सेफ हैं आप या असल में दे रहे हैं उन्‍हें अपना वंश बढ़ाने का मौका।


कुछ ऐसे होती है मच्छरों के बीच बातचीत शुरू। यहां एक मच्छर कमांडर इन चीफ है, जो अपने सैनिक मच्छर का रिपोर्ट कार्ड चेक कर रहा है। अब देखिए, सैनिक मच्छर के टार्गेट को लेकर दोनों में आखिर क्या होती है बात।  कमांडर : हम्म्म्म...बहुत बढ़िया। तुम्हारी रिपोर्ट अच्छी तरक्की दिखा रही है। (अब उसकी रिपोर्ट में क्या है ये भी देखिए)बाइट काउंट : 56! 98 ml डिपॉजिट, नॉट बैड! फ्रीक्वेंट टार्गेट : महिलाएं चुना हुआ समय :  रात 10 से 10:30 के बीच। कमांडर : ऊहहहहह...जाहिर सी बात है कि महिलाओं के शरीर पर काटने के लिए ज्यादा खुला एरिया मिल जाता हैकहां-कहां और कितने अंडे दिए : 10 राहुल गांधी के ऑफिस में 5 अनु मलिक के हार्मोनियम में 25 साजिद खान के स्टूडियो में खास उपलब्िधयां : - काला हिट अटैक से बचे  


- टाइगर श्रॉफ पर अटैक किया (इसके बावजूद तुम बच गए, मेरे बच्चे!)- आईएसआईएस आतंकवादियों का लाल खून पिया। (इंसान??? न, ये इंसान हैं, इस बात को एक बार कन्फर्म करना है)- पार्लियामेंट का पूरा एक कामयाब चक्कर लगाया। (वाह, बहुत बढ़िया! ये सारे कामों में सबसे अच्छा रहा)

कमांडर : तुम्हारी रिपोर्ट को देखते हुए मैं तुमको बेस्ट और सबसे बड़ी आर्मी को लीड करने के लिए प्रमोट करता हूं। इसके तहत अब तुमको उत्तर-प्रदेश और बिहार के क्षेत्र में तैनाती दी जाती है। सैनिक : (खुशी से गर्व करते हुए) थैंक्यू सर!  निष्कर्ष : देखा आपने, कैसे ये मच्छर भी सरवाइव करने के लिए खुद की एक सेना बनाते हैं। उसके बाद ये सेना कैसे टारगेट लेकर काम करती है और पूरी स्ट्रेटेजी तैयार करती है। अब जरूरी है इन मच्छरों की इस स्ट्रेटेजी को फेल करना। जरूरी है उनकी सेना के टारगेट को ध्वस्त करना। अब यहां आप सोच रहे हैं कि आप तो क्वॉयल जलाकर या मॉस्कीटो रेप्लीकेंट का इस्तेमाल करके सेफ हैं, तो ये सिर्फ आपको सोच है। आज के मच्छर इन सबके बीच भी जिंदा रहने की पूरी स्ट्रेटेजी बना चुके हैं। हां, ये क्वॉयल और रेप्लीकेंट अगर किसी को नुकसान पहुंचाते हैं तो वो हैं खुद आप। अब आप ये सोच रहे हैं कि फिर भला कैसे बचा जाए इन मच्छरों से, तो आइए देखें कि आखिर हमें करना होगा क्या। ऐसे करें बचाव : - आपके आस-पास कहीं रुका या ठहरा हुआ पानी जमा हो तो उसे तुरंत साफ कर दें।

- कहीं पंचर टायर या पूल में पानी इकट्ठा हो तो उसको हटा दें। - वैसे चलते हुए पानी में भी कभी-कभी मच्छर होने लगते हैं, लेकिन बता दें कि ये मच्छर इतने नुकसान दायक नहीं होते हैं। - अपने स्वीमिंग पूल को भी मच्छर रहित बनाइए। - आपने भी अगर अपने घर में रेनवॉटर बैरेल, या रेनवॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगा रखा है जो मच्छरों और इनके लार्वा से बचने के हर  उपाय अपनाएं। - अपने आसपास उगी घास को बराबर ट्रिम करवाते रहिए। इन्हें बड़ा न होने दें। - मच्छरों से बचने के लिए ज्यादा बेहतर होगा कि सिर्फ और सिर्फ मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। इसके अलावा कहीं बाहर जाना हो तो कोशिश भी पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें।Interesting News inextlive from Interesting News Desk

 

Posted By: Ruchi D Sharma