आज दुनिया भर में 'सेल्फ़ी' का बहुत क्रेज़ है लेकिन फ़ोटोग्राफी ने वजूद में आने के बाद से एक लंबा सफर किया है।


फ़ोटोज़ ने कई रंग रूप बदले हैं और कैमरे में तकनीक भी काफ़ी बदली है।'वर्ल्ड फोटोग्राफ़ी डे' पर एक नज़र इस बदलते रंग रूप पर, कुछ बेहतरीन कैमरों पर और कुछ शानदार तस्वीरों पर।'डुअल लेंस कैमरा'। ये कैमरा दिल्ली के 'दास स्टूडियोज़' के पास है और इसमें एक लेंस से फ़ोकस किया जाता है और दूसरे से फ़ोटो खींची जाती है।रोलिकॉर्ड कैमरा। इस कैमरे में फ़्लैश के लिए हर वक़्त एक नया बल्ब लगाया जाता था, क्योंकि फ़ोटो खींचने के साथ ही बल्ब फूट जाता था।बोलेक्स कैमरा। बोलेक्स एक स्विस कंपनी है जिसके कैमरे 50 के दशक में काफ़ी महंगे बिकते थे।फ़िल्म कैमरा। इस कैमरे से फ़िल्म बनाई जाती थी।
तस्वीर में आप इस कैमरे के अंदर रील लगाने की जगह भी देख सकते हैं।पर अब ये तकनीक ख़त्म हो चुकी है।दिल्ली का जंतर मंतर।दिल्ली का जंतर मंतर भले ही आज धरना प्रदर्शनों की जगह बन गया हो लेकिन यह बीते ज़माने में खगोलीय तरीके से समय मापने का केंद्र होता था।

Posted By: Satyendra Kumar Singh