-173 ड्राइविंग लाइसेंस वापस भेजे जाएंगे लखनऊ, वहां भी नहीं किया रिसीव तो कर दिया जाएगा डिस्ट्रॉय

PRAYAGRAJ: तमाम लोग हैं जो ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए हैं। इसके बावजूद उनका ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बन पा रहा हैं। वहीं इसी शहर में कुछ ऐसे लोग भी हैं, जो अपना बना हुआ ड्राइविंग लाइसेंस रिसीव करने में इंट्रेस्ट नहीं शो कर रहे हैं। अब हालत यह है कि अगर यह तमाम लाइसेंस रिसीव नहीं किए गए तो इन्हें डिस्ट्रॉय कर दिया जाएगा।

ऑफिस में पड़े हैं लाइसेंस

जानकारी के मुताबिक स्थानीय आरटीओ में कुल 270 ड्राइविंग लाइसेंस भेजे गए थे। इनमें से केवल 97 लाइसेंस ही रिसीव किए गए हैं। बाकी 173 लाइसेंस अब भी आरटीओ दफ्तर में पड़े हुए हैं। अब आरटीओ इन लाइसेंसों को वापस लखनऊ भेजने की तैयारी में है। पहले जिन आवेदकों के ड्राइविंग लाइसेंस किन्हीं कारणों से उनके दिए पते से लौट जाते थे, उन्हें लखनऊ स्थित परिवहन मुख्यालय के चक्कर लगा कर लेना पड़ता था। लेकिन बाद में नियम बदला गया कि अब आवेदकों को लखनऊ ना जाकर उनको अपने जिले के संभागीय परिवहन अधिकारी एआरटीओ और सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी आरटीओ से ही डीएल प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन लखनऊ से भेजे गए डीएल को जिले के आरटीओ 15 दिनों से अधिक नहीं रख सकता है। बीते 15 दिन पहले लखनऊ आरटीओ दफ्तर से आवेदकों के ड्राइविंग लाइसेंस भेजा गया था। कुछ लोगों ने तो आरटीओ आकर रिसीव कर लिया है तो वहीं बड़ी संख्या में लोग अभी भी इनएक्टिव हैं। अब आरटीओ इन लाइसेंस को वापस लखनऊ भेजने की तैयारी में है। अगर आवेदकों ने भेजे गए लाइसेंस को वहां से रिसीव नहीं किया तो उसको डिस्ट्रॉय कर दिया जाएगा।

आवेदकों के भेजे गए डीएल की जानकारी उनके मोबाइल नंबर पर मैसेज द्वारा दिया जाता है। पहले आवेदकों को लखनऊ से प्राप्त करने का ऑफर मिलता है। फिर उसी लाइसेंस को जिले के विभागीय ऑफिस से प्राप्त करने का मौका मिलता है। उसके बाद भी रिसीव नहीं होता है तो उसे वापस लखनऊ भेज दिया जाता है। वहां 15 दिनों बाद डिस्ट्रॉय कर दिया जाता है।

-सियाराम वर्मा, एआरटीओ

Posted By: Inextlive