खबर है कि यमन के उत्तरी इलाके और राजधानी सना में हालात और भी बिगड़ गए हैं. सऊदी नेतृत्व में खाड़ी देशों के लड़ाकू विमानों ने हाउती विद्रोहियों के ठिकानों पर लगातार जमकर हवाई हमले किए. इस बीच हिंसा प्रभावित सेना से कुछ भारतीय स्वदेश की ओर भी लौट रहे हैं. यहां विद्रोहियों को निशाना बना रहे अरब गठबंधन के लड़ाकू विमानों ने यमन की राजधानी के अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के रनवे पर भी बमबारी कर दी.

लड़ाकों के हवाई ठिकानों पर हुआ कब्जा
इस पूरी कार्रवाई के दौरान सना में 15 विद्रोही समर्थक सैनिकों को मार गिराया गया. अभी भी जवाबी कार्रवाई जारी है. इससे आसपास के क्षेत्रों में दहशत का माहौल है. प्रकाश में आ रहीं खबरों के मुताबिक, यमन के शिया विद्रोहियों की ओर से चलाए जा रहे एक टीवी स्टेशन की ओर से बताया गया है कि हुदी और उससे जुड़े लड़ाकों ने एक हवाई ठिकाने पर पहले ही अपना कब्जा जमा लिया है.
संयुक्त राष्ट्र से मांगी मदद
अब इस ठिकाने का इस्तेमाल अमेरिकी और यूरोपीय सैनिक देश में अलकायदा के खिलाफ अपने अभियान को अंजाम देने के लिए किया जा रहा है. इस दौरान सरकार विरोधी ताकतें दक्षिणी यमन में अदन के ठिकानों पर लगातार कब्जा करती जा रही हैं. ऐसे में यहां भीषण लड़ाई छिड़ी हुई है. वहीं दूसरी ओर इस तरह के हालातों पर गौर करते हुए राष्ट्रपति ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र से मदद मांगी है.
अदन में हटना पड़ा पीछे
जानकारी है कि पूर्व राष्ट्रपति अली अब्दुल्ला सालेह से जुड़े सैनिकों के समर्थन वाली शिया हुदी मिलिशिया के दो प्रांतों में हादी के वफादारों से भी जमकर भिड़ंत हो गई है. इसको देखते हुए अदन में अब उन्हें आखिरकार पीछे हटना ही पड़ा.

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Posted By: Ruchi D Sharma