उस समय सभी ने यह सोच लिया था कि टीम इंडिया यह लास्ट आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी नहीं जीत पाएगी. मगर धोनी के यंगिस्तान ने ऐसा जोश दिखाया जिसके सामने इंग्लैंड ने घुटने टेक दिया और इंडिया बन गया आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का आखिरी चैंपियन. इंडियन ओपनर शिखर धवन को गोल्डन बैट और रवींद्र जडेजा को गोल्डन बॉल का अवॉर्ड मिला. इस मैच में 33 रन के अलावा 2 विकेट लेने वाले जडेजा को मैन ऑफ द मैच भी चुना गया.

50 ओवर में टी20 का तड़का
बारिश की वजह से यह मुकाबला 50-50 ओवर का नहीं बल्िक टी20 क्रिकेट का बन गया था. इंडिया ने पहले बैटिंग करते हुए 20 ओवरों में 7 विकेट पर 129 रन बनाए. जिसके जवाब में इंग्लैंड की टीम 8 विकेट के नुकसान पर 124 रन ही जुटा पाई. इस तरह से चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में इंडिया ने इंग्लैंड को 5 रन से हरा दिया.

कोहली और जडेजा ने संभाली इनिंग
इंडिया की जीत में विराट कोहली (43) और ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा  (33*) का योगदान अहम रहा. दोनों ने पहले छठे विकेट के लिए 47 रन की पार्टनरशिप करके टीम को संकट से उबारा. इसके अलावा ओपनिंग बैट्समैन शिखर धवन ने भी 24 बॉल पर 31 रन बनाए. इंडियन मिडिल ऑर्डर में सुरेश रैना(01), दिनेश कार्तिक(06) और इंडियन कैप्टन महेंद्र सिंह धोनी(00) सस्ते में पवेलियन लौट गए.

बोपारा बने थे संकट
इंग्लैंड की तरफ से बोपारा ने बॉलिंग करते हुए पहले तीन अहम विकेट झटके और फिर बैटिंग में अहम 30 रन बनाए, लेकिन टीम को जीत दिलाने के लिए यह नाकाफी रहे. बोपारा ने ईयॉन मॉर्गन(33) के साथ मिलकर पाचवें विकेट के लिए 64 रन जोड़े.

यूं पलटा पासा
इयॉन मॉर्गन और रवि बोपारा जब क्रीज पर मौजूद थे तो लग ही नहीं रहा था कि इंडिया यह खिताब जीत पाएगी. 18वें ओवर में अचानक से मैच की तस्वीर बदली जब ईशांत शर्मा ने लगातार बॉल पर इयॉन मॉर्गन को पवेलियन भेज दिया. अगले ही ओवर में रवींद्र जडेजा ने बटलर को खाता खोले बिना बोल्ड कर दिया.

अगली बॉल पर रोहित शर्मा ने ब्रेसनन को रन आउट कर दिया. इंडियन बॉलर्स ने केवल 3 रन पर 4 विकेट निकालकर इंडिया को शानदार जीत दिलाई. इंग्लैंड को लास्ट ओवर में जीत के लिए 15 रन बनाने थे मगर ब्रॉड और ट्रेडवेल मिलकर 9 रन ही बना पाए.

धोनी के खजाने में एक और नगीना
इसके साथ ही महेंद्र सिंह धोनी अपनी कैप्टेंसी में आइसीसी के तीनों टूर्नामेंट जीतने वाले इकलौते कैप्टन बन गए. धोनी की कैप्टेंसी में इंडिया ने 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीता था.

बारिश ने डाला खलल
इससे पहले आखिरी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल का मजा बारिश ने किरकिरा कर दिया. एक समय ऐसा लगा कि मैच नहीं खेला जा सकेगा और 2002 की तरह इंडिया को यहां भी ट्रॉफी साझा करने पर मजबूर होना पड़ेगा. 2002 में इंडिया ने श्रीलंका के साथ इस ट्रॉफी को साझा किया था.

संडे को फाइनल मुकाबला बारिश की वजह से कई बार रोका गया. टॉस होने के बाद इंग्लिश कैप्टन एलिस्टेयर कुक ने पहले फील्िडंग का डिसीजन लिया. काफी देर बाद जब मैच शुरू हुआ तो इसे 20 ओवर पर इनिंग कर दिया गया.

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