क्त्रन्हृ॥ढ्ढ: लॉकडाउन को दौरान दवाईयों की क्राईसिस शुरू हो गई है। सिटी के कई मेडिकल स्टोर में अब दवाईयों की स्टॉक खत्म होने लगी हैं। दवाईयों का नया स्टॉक भी लॉकडाउन की वजह से पहुंच नहीं पा रहा है। सिटी के बडे़ दवा विक्रेता ब्रदर्स के संचालक ने बताया किे दवाईयों की डिमांड़ काफी ज्यादा बढ़ गई है, लेकिन उसके मुताबिक सप्लाई नहीं हो पा रहा है। उन्होंने बताया कि लाॉकडाउन की खबर सुनकर हजारों लोगों तीन से चार महीने तक की दवाईयों का स्टॉक अपने घरों में कर लिया है। दुकानदार लोगों को समझाने का काफी प्रयास करते रहे कि मेडिकल सेवाएं जारी रहेंगी, फिर भी लोग रिस्क नहीं लेने की बात कह कर अधिक से अधिक दवाईयों की मांग करते रहे। आज स्थिति ऐसी बन रही जब होलसेल मार्केट में भी दवाईयों का स्टॉक खत्म हो रहा है।

स्टाफ की भी समस्या

श्रद्धानंद रोड स्थित दवाईयों के होलसेल मार्केट में स्टोर संचालकों को स्टाफ की समस्या आने लगी है। दरअसल जो स्टॉफ थे उनमे से अधिकांश कोरोनावायरस के संक्त्रमण फैलने के डर से घरों में लॉकडाउन हो गए हैं, तो कुछ अपने घर चले गए। अब बहुत कम स्टॉफ ही दुकान आ रहे हैं, जिससे काम में परेशानी आ रही है। वहीं होलसेल विक्त्रेताओं ने बताया कि मार्केट भी सिर्फ तीन से चार घंटे ही खुल रहा है। इस दौरान जो लोग आते है उन्हें किसी तरह मेडिसीन उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाता है। ऐसी ही मेडिकल स्टोर पर भी है। यहां भी स्टाफ ड्यूटी पर नहीं पहुंच रहे हैं। ग्राहकों की संख्या अधिक है इसलिए दवाई मंगाने के लिए स्टाफ भी नहीं भेज पा रहे।

जरूरत की दवाईयां भी नहीं

कई मेडिकल स्टोरों पर जरूरत की दवाईयां भी नहीं मिल नहीं रही हैं। कुछ स्टोर पर तो बीपी और शुगर के मेडिसीन भी ऑउट ऑफ स्टॉक हो चुके हैं। ऐसे में लोगों को परेशानी होनी शुरू गई है। आम नागरिकों को राहत देने के जिला प्रशासन ने मेडिसीन होम डिलीवरी कराने की पहल की है, लेकिन दवाईयां नहीं मिलने की वजह से यहां भी परेशानी हो रही है। इधर, मेडिकल स्टोर पर लोगों की भीड़ अब भी जमा हो रही है। लोग दूर-दराज से अपनी दवाईयां लेने पहुंच रहे हैं। ईटकी से मेन रोड जयहिंद फार्मा अपनी मां के लिए दवाई लेने पहुंचे विक्रम जायसवाल ने बताया कि डाक्टर द्वारा प्रिस्क्त्राइब किए गए दवाई बहुत ही कम दुकानों में मिल रही हैं।

बॉर्डर पर खड़ी हैं गाडि़यां

होलसेल विक्त्रेताओं ने बताया कि दवाईयों की कई गाडि़यां स्टेट के बार्डर पर आकर खड़ी हैं, लेकिन लॉकडाउन की वजह से वे एंट्री नहीं कर पा रही हैं। इस संबंध में रांची डीसी को भी सूचित कराया गया है। जल्द ही गाडियों को एंट्री कराने का आश्वासन दिया गया है। गाडि़यों के आते ही दवा की किल्लत भी खत्म हो जाएगी। दवा नहीं होने के कारण होलसेल दुकानदार या तो कुछ देर के लिए अपनी दुकाने खोल रहे हैं तो वहीं कुछ खोल ही नहीं रहे।