- रामलीला सोसाइटी परेड के भरत मिलाप में हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन किए

- रंगीन झालरों से सजाई गई अयोध्या, भगवान श्रीराम का रथ देर रात तक विभिन्न क्षेत्रों में घूमा

KANPUR : रावण का वध करने के बाद प्रभु राम पुष्पक विमान पर सवार होकर अयोध्या लौटते हैं। सरयू नदी के तट पर भगवान रुक जाते हैं। प्रभु राम हनुमानजी से कहते हैं कि भरत को जाकर सूचना दे दो। हनुमानजी भरत को जाकर बताते हैं कि प्रभु सरयू तट के पास आ गए हैं। यह सूचना मिलते ही भरत नंगे पैर दौड़ पड़ते हैं। प्रभु राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न एक दूसरे से लिपट जाते हैं। भाइयों के मिलन का यह नजारा देख अयोध्यावासियों की आंखों से आंसू बहने लगते हैं।

आतिशबाजी सतरंगी हुआ आसमान

चारों भाइयों के मिलन का यह सुखद दृश्य श्रीरामलीला सोसाइटी परेड के भरत मिलाप में अयोध्या बनी कलक्टरगंज मण्डी में वेडनेसडे को लोगों ने देखा। भरत मिलाप के समय हुई आतिशबाजी से आसमान सतरंगी हो गया। श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीराम की जय जयकार कर माहौल को भक्तिपूर्ण कर दिया। इससे पूर्व रामलीला भवन मेस्टन रोड से भगवान रामजी की सवारी अयोध्या (कलक्टरगंज) की ओर चली। वहीं दूसरी तरफ से भरत जी का रथ भी आया। भरत मिलाप के बाद राम दरबार की आरती उतारी गई। इस मौके पर रामलीला सोसाइटी के कमल किशोर, विश्वनाथ अग्रवाल, पूर्व सांसद श्रीप्रकाश जायसवाल, विधायक सलिल विश्नोई, अरविन्द चतुर्वेदी, विनोद गुप्ता, पार्षद रमापति झुनझुनवाला आदि मौजूद रहे। आरती के बाद सवारी आगे बढ़ी, देर रात तक नगर के विभिन्न क्षेत्रों में भगवान की सवारी भ्रमण करती रही।

रंगीन झालरों से सजी 'अयोध्या'

भरत मिलाप के मौके पर बादशाही नाका, धनकुट्टी, लाटूशरोड, हटिया, चौक, मनीराम बगिया, बिरहाना रोड, नयागंज आदि इलाकों में रंगीन झालरों से रोशनी की गई। कई जगह तोरण द्वार भी बनाए गए। लाउडस्पीकर पर बज रहे भजनों ने माहौल को भक्ति रस में भरने में कोई कसर नहीं छोड़ी। दूर-दूर से आए हजारों श्रद्धालु परिवार समेत यहां भगवान राम के दर्शन के लिए आए। कई जगह भगवान का रथ रोक कर आरती उतारी गई। रथ जिन मार्गो से गुजरा वहां बिल्डिंगों से फूल भी बरसाए गए।