संगम नोज पर सांस्कृति संगम तीरे का तीसरा दिन

प्रख्यात भजन गायक प्रेम प्रकाश दुबे ने भजनों की प्रस्तुति से बांधा समा

ALLAHABAD: मेला प्रशासन की ओर से चल रहे संस्कृति संगम तीरे प्रोग्राम के तीसरे दिन का आकर्षण वृंदावन का मयूर नृत्य रहा। संगम नोज पर वृंदावन से आए कलाकारों ने अपनी आकर्षक भावभंगिमा से उपस्थित दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। सभी कलाकार मोर के पंखों से सुसज्जित थे और वातावरण वृंदावन के रंग से सराबोर दिखाई दिया। ऐसा लगा कि मानो प्रभु श्रीकृष्ण व राधा स्वयं धरती पर आ गए। कलाकारों की मयूर नृत्य की भावपूर्ण प्रस्तुति से दर्शक भावविभोर हो उठे।

लोक गीतों का सिलसिला

लोक गायिका रंजना त्रिपाठी ने गीतों की मनमोहक प्रस्तुति की। उन्होंने गंगा तोरि लहर सभई के मन भाई, अदालत में दावा करूंगी रसिया व होली गीतों की प्रस्तुति से समां बांधा। मुम्बई से आए प्रख्यात भजन गायक प्रेम प्रकाश दुबे ने मंगल भवन अ मंगल हारी, ऐ री सखी मंगल गीत गावो री की प्रस्तुति की तो खूब तालियां बजीं। इसके बाद उन्होंने प्रयाग नगरी बसे संगम के तीरे की मनमोहक प्रस्तुति की।