-फोटो अपलोड होने के 24 घंटे के अंदर निगम की टीम करेगी सफाई

-नगर निगम में होगी मॉनीटरिंग, कूड़ा न उठाने पर लिया जाएगा एक्शन

बरेली: अब 'एमओएचयूए' पर पिक्चर सेंड कर पर अपने शहर को क्लीन बना सकते हैं, पढ़कर चौंक गए न। ऐसा सच में होगा क्योंकि मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एंड अरबन अफेयर्स के नाम से एक एप लांच किया है जिस पर कहीं भी गंदगी या कूड़ा पड़ा दिखने पर सिर्फ आपको फोटो सेंड यानि कि अपलोड करनी होगी। इसके बाद नगर निगम के कर्मचारी 24 घंटे के अंदर उस जगह से कूड़ा उठाकर सफाई करेंगे।

जुड़ेंगे लोग तो स्मार्ट होगी सिटी

नगर निगम एमओएचयूए एप को ज्यादा से ज्यादा लोगों की मोबाइल में इंस्टॉल कराने में जुटा है। इसके लिए गत दिनों हुई मीटिंग में सफाई निरीक्षक से लेकर सफाई कर्मचारी तक को निर्देश दिया गया है। इसको लेकर जगह-जगह अवेयरनेस प्रोग्राम भी चलाया जाएगा। जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़कर शहर को क्लीन बनाने में सहयोग करें।

3 परसेंट लोगों को जानकारी

विभागीय अधिकारियों के मुताबिक इस एप बारे में अभी तक तीन परसेंट लोगों को जानकारी है। क्योंकि यह अभी हाल में ही लांच किया गया है। इसे अभी नगर निगम में कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों ने ही इंस्टॉल किया है। अब लोगों को भी इससे जोड़ा जाएगा।

20 परसेंट है टारगेट

भारत सरकार ने इस सुविधा का लाभ दिलाने के लिए निगम को टारगेट भी दिया है, जिसके मुताबिक कम से कम आबादी के सापेक्ष 20 परसेंट लोगों की मोबाइल में इस एप को इस्टॉल कराया जाना है।

कूड़ा न उठने पर एक्शन

अधिकारियों के मुताबिक फोटो आने के बाद एक्शन की भी टाइम लाइन फिक्स है। जिसके मुताबिक 24 घंटे के अंदर संबंधित एरिया के सफाई कर्मचारी को वहां पहुंचकर कूड़ा अथवा गंदगी साफ करना है। ऐसा न करने पर संबंधित के खिलाफ एक्शन भी लिया जा सकता है।

निगम में होगी मानीटरिंग

नगर निगम इस व्यवस्था को सुचारू रूप से लागू कराने को तैयारी की है। इसके लिए अब नगर निगम से इसकी मानीटरिंग जाएगी। जिसे लिए कर्मचारियों तक को जिम्मेदारी दी जाएगी।

ऐसे करें एप इंस्टॉल

भारत सरकार ने स्वच्छता एप महुआ के नाम से एप तैयार कराया है। जिसे प्ले स्टोर से इंस्टॉल करना होता है। इसके बाद उसमें अपना मोबाइल नंबर फीड करना होगा। इसके बाद व्हाट्सएप में अपने आप एक नंबर फीड हो जाएगा। जिसमें आप फोटो खींचकर अपलोड कर सकते हैं।

वर्जन

स्वच्छता एप इंस्टॉल कराया जा रहा है। इसके लिए सफाई निरीक्षक से लेकर सफाई कर्मचारी तक लोगों निर्देशित किया गया है। वे अपने स्तर से लोगों को जागरूक करते हुए एप को इंस्टॉल करा रहे हैं।

-संजीव प्रधान, नगर स्वास्थ्य अधिकारी