-शहर के मैक्सिमम एरियाज में खुले पड़े मैनहोल्स दे रहे हैं हादसे को दावत

-बारिश के बाद जमा पानी की निकासी के लिए खोले गए मैनहोल्स के ढक्कन नहीं लगे अब तक

VARANASI :

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रोडवेज बस स्टेशन के ठीक बाहर

चौकाघाट फ्लाईओवर की शुरुआत यानि कैंट रोडवेज बस स्टेशन से इसका एंट्री पॉइंट है। यहां से डेली हजारों पैसेंजर्स सहित पब्लिक का आना जाना होता है लेकिन इस ओर से गुजरने वाले लोगों को शायद ये अंदाजा नहीं होगा कि इस रोड पर एक खुला मैनहोल उनके लिए रिस्की हो सकता है। इस खुले मैनहोल से हर खतरे का अंदेशा बना हुआ है लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदार लोग आंखें मूंदे हुए हैं।

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कैंट स्टेशन रोड

रोडवेज बस अड्डे से आगे बढ़ने पर भी रिस्क कम नहीं है। यहां भी दो-तीन मैनहोल्स खुले हुए हैं। कैंट स्टेशन के सामने रोड क्रॉस करते ही एक खुला मैनहोल लोगों को डराने का काम कर रहा है। दिन में तो लोग इससे बचकर निकल जा रहे हैं लेकिन रात में ये किस कदर खतरनाक साबित हो रहा है। शायद इसका भी अंदाजा किसी को नहीं है।

ये दोनों स्पॉट्स ये बताने के लिए काफी हैं कि अपने शहर में मौत के खुले ये मुहाने फिर नजर आने लगे हैं। लेकिन इस बार इनसे खतरा कुछ ज्यादा ही बना हुआ है क्योंकि ठंड और कोहरे में ये मैनहोल्स बिल्कुल दिखाई नहीं देते हैं खासतौर पर रात के वक्त में। इसलिए अगर ये मैनहोल्स जल्द बंद नहीं हुए तो किसी भी दिन बड़े हादसे के होने से इनकार नहीं किया जा सकता है।

कई खोला कई टूटा

दरअसल बीते दिनों बेमौसम हुई बरसात के चलते शहर के कई इलाकों में वॉटर लॉगिंग की प्रॉब्लम क्रिएट हो गई थी। जिसके बाद रुके पानी को निकालने के लिए नगर निगम की ओर से इन मैनहोल्स से ढक्कन हटा दिये गए थे। लेकिन अब तक ढक्कन नहीं लगाए जाने से ये मैनहोल्स खुले ही पड़े हैं। वहीं कई मैनहोल्स पर लगे ढक्कन गाडि़यों के लोड से टूट कर अंदर चले गए हैं। ये भी लोगों के लिए खतरे का सबब बने हुए हैं।

पुराना है ये नाटक

-मैनहोल्स के खुले होने के बाद भी निगम की ओर से होती है लापरवाही

-पहले भी खुले मैनहोल्स लोगों के लिए खतरनाक साबित हो चुके हैं

-पिछले साल भोजूबीर में खुले मैनहोल में बाइक लेकर गिरने से महिला समेत तीन लोग घायल हुए थे।

-इसके अलावा दर्जन भर से ज्यादा और लोग खुले मैनहोल्स में गिरकर चोटिल हुए थे

- जिसके बाद नगर निगम ने खुले मैनहोल्स की लिस्टिंग कर इनको बंद करने का काम तेज किया था

-दो साल पहले तत्कालीन एसपी ट्रैफिक गोपेश खन्ना ने भी खुले मैनहोल्स के कारण ट्रैफिक कंट्रोल में आ रही दिक्कत को देखते हुए निगम को लेटर लिख इन्हें बंद कराने को कहा था

-तमाम कम्प्लेन के बाद निगम ने शहर के खुले मैनहोल्स को कवर कराया था

अभी कौन करेगा बंद?

- ये सवाल बड़ा है कि पिछले साल खुले पड़े मैनहोल्स को कवर कराने के लिए तमाम पापड़ बेलने पड़े थे

- उस वक्त तो बरसात का मौसम था इसलिए निगम ने इन खुले मैनहोल्स को झटपट कवर करा दिया था

- लेकिन इस वक्त ठंड का मौसम है

- जिसके कारण इन मैनहोल्स की ओर नहीं जा रहा है किसी का ध्यान

- अगर ध्यान नहीं दिया गया तो कोहरे के कारण ये मैनहोल्स बन सकते हैं बड़े हादसे का सबब

- सबसे ज्यादा खुले मैनहोल्स रोडवेज से इंग्लिशिया लाइन धर्मशाला तिराहे तक हैं

- कैंट इलाके में इतने मैनहोल्स का खुला होना ज्यादा रिस्की है क्योंकि यहां से डेली हजारों लोग गुजरते हैं

मैं इसे चेक करवाता हूं अगर कहीं भी मैनहोल्स खुले पड़े हैं तो उनको जल्द से जल्द कवर कराने का काम किया जायेगा।

रामगोपाल मोहले, मेयर