नई दिल्ली (आईएएनएस)। Whatsapp Helpline in India for Deepfakes: मेटा ने डीपफेक से निपटने के लिए मिसइनफॉर्मेशन कॉम्बैट एलायंस के साथ मिलकर नई हेल्‍पलाइन शुरु की है। मिसइनफॉर्मेशन कॉम्बैट एलायंस (एमसीए) ने सोमवार को बताया है कि उसने artificial intelligence का उपयोग करके बनाए गए फर्जी मीडिया यानि वीडियो से निपटने के प्रयास में भारत में व्हाट्सएप पर एक डेडिकेटेड फैक्‍ट चेकिंग हेल्पलाइन शुरू करने के लिए मेटा यानि फेसबुक) के साथ मिलकर काम शुरु किया है। बता दें कि यह हेल्पलाइन मार्च 2024 से भारत में सभी के लिए शुरु हो जाएगी। यह सर्विस MCA और उससे जुड़े नेटवर्क्‍स को वायरल फेक जानकारी खासतौर पर डीपफेक के खिलाफ काम करने की सुविधा देगी।

व्‍हाट्सएप हेल्‍पलाइन और डीपफेक एनालिसिस यूनिट मिलकर करेंगे काम
MCA यानि मिसइनफॉर्मेशन कॉम्बैट एलायंस के प्रेसीडेंट भरत गुप्‍ता ने बताया कि MCA एक सेंट्रल Deepfake Analysis Unit स्‍थापति करेगा, जो व्‍हाट्सएप हेल्‍पलाइन पर आने वाले सभी ऐसे संदेशों को मैनेज करेगा। यह डीपफेक एनालिसिस यूनिट तमाम सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म्‍स पर आने वाली एआई जनरेटेड फेक कंटेट को समय पर पहचानने और उसे फैलने से रोकने में बहुत महत्‍वपूर्ण साबित होगा।

डीपफेक के खिलाफ ऐसे कर सकेंगे शिकायत
इस पहल में मेटा के सहयोग से आईएफसीएन सर्टिफाइड फैक्‍टचेकर, रिसर्च लैब्‍स और फोरेंसिक विशेषज्ञ एक साथ मिलकर काम करेंगे। लोग अंग्रेजी समेत 3 रीजनल भाषाओं हिंदी, तमिल और तेलुगू में WhatsApp chatbot को डीपफेक के बारे में एलर्ट कर सकेंगे। इस दौरान पब्लिक पॉलिसी इंडिया के निदेशक शिवनाथ ठुकराल ने कहा MCA के साथ मिलकर हम जो स्‍पेशल व्‍हा्सएप हेल्‍पलाइन शुरु कर रहे हैं, उसके द्वारा हम 2024 के चुनावों में ए आई और डीपफेक से लड़ पाएंगे, ताकि लोग धोखाधड़ी करने वाले कंटेट से बच सकें। बता दें कि एमसीए एक क्रॉस-इंडस्ट्री एलायंस है जो कंपनियों, संगठनों, संस्थानों, उद्योग संघों और संस्थाओं को गलत सूचना और इसके प्रभाव से सामूहिक रूप से लड़ने के लिए एक साथ लेकर आया है।

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