-क्लीयरेंस के बाद ही मिलेगा केंद्र से बजट

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LUCKNOW: लखनऊ मेट्रो को रन करने का टारेगट दिसम्बर ख्0क्म् तक है। महज ख्क् महीने शेष है प्रोजेक्ट को पूरा करने में, लेकिन डिपार्टमेंट अभी न केवल बजट से जूझ रहा बल्कि ओवरकॉस्ट ने भी बड़ी प्रॉब्लम खड़ी कर दी है। मेट्रो का काम अभी स्टेट गवर्नमेंट के अपने बजट से चल रहा है जिसमें पिलर बनाने का काम तेजी से चल रहा है। काम में तेजी लाने के लिए इसे क्7फ् करोड़ रुपए के बजट का इंतजार है जो पीआईबी के क्लीयरेंस के बाद सेंट्रल गवर्नमेंट से मिलेगा।

मेट्रो से बढ़ाई जाएगी आय

मेट्रो प्रोजेक्ट से जुड़े अजय कुमार रस्तोगी ने बताया कि आय बढ़ाने के लिए मेट्रो में स्पेशल सेल टिकट स्मार्ट कार्ड, कामर्शियल एक्टिविटी और कामर्शियल पब्लिसिटी के तरीके से आय के सोर्सेज को बढ़ाया जाएगा। प्रोजेक्ट के दौरान ओवर कॉस्ट को यथास्थिति रखने का भी प्रयास किया जाएगा। फाइनेंस डायरेक्टर अजय रस्तोगी ने वेडंस डे को ही ज्वाइन किया। हालांकि उनका ट्रांसफर अक्टूबर मंथ में हो चुका था।

जुलाई के बाद आएगी तेजी

मेट्रो प्रोजेक्ट पर काम तो चल रहा है लेकिन इस काम में तेजी जुलाई के बाद ही आने की संभावना है। निर्माण से संबंधित सभी एक्टिविटी एक साथ शुरू हो जाएगी। रोलिंग स्टॉक का टेंडर फ्0 मार्च को खुलेगा। इसके अलावा तीन और टेंडर जल्द ही ओपन होंगे। जहां तक पीआईबी का ईशू है उसके संदर्भ में मीटिंग हो चुकी है। गेंद अब सेंट्रल गवर्नमेंट के पाले में है।