कार्गो पैंट्स:
कार्गो पैंट्स भी आर्मी की देन हैं। ब्रिटिश सैनिकों ने 1930 में कार्गो पैंट्स पैंट शुरू की थी। इसके बाद अमेरिकी सैनिकों ने भी यह पहनना शुरू कर दिया। इसके बाद तो यह आम नागरिकों के लिए फैशन बन गई। कार्गो पैंट में गोला बारूद आदि सामग्री रखने में आराम होती है।
जीपीएस:
जीपीएस या ग्लोबल पोज़िशनिंग सिस्टम US डिपार्टमेंट ऑफ़ डिफेन्स ने 1990 में शुरू किया था। इसके बाद यह 1996 के बाद यह आम नागरिकों के लिए शुरू हो गया। इससे कहीं भी आने जाने के लिए आराम से गूगल से मदद ली जा सकती है।
माइक्रोवेव:
1945 में एक अमेरिकी साइंटिस्ट ने माइक्रोवेव ओवन का आविष्कार किया था। इसके बाद आज यह एक साधारण आदमी के किचन में भी पहुंच चुका है।
जीप:
द्वितीय विश्व युद्ध में अमेरिकी सैनिक जीप का उपयोग करते थे। इससे वे आसानी से दुश्मन पर नज़र रख लेते थे। आज भी जीप का इस्तेमाल हो रहा है।
डक्ट टेप:
द्वितीय विश्व के दौरान सैनिकों ने इसका अविष्कार किया था। इसके इस्तेमाल से कारतूस के डिब्बे आदि में पानी को जाने से रोका जा सकता था।
कंप्यूटर:
द्वितीय विश्व युद्ध के समय, U.S. मिलिट्री ने सबसे पहले इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर का अविष्कार किया था। आर्मी ने कंप्यूटर को बैलिस्टिक रिसर्च लेबोरेटरी में उपयोग के लिए बनाया था।
नैपकिन:
1917 में पहला विश्व युद्ध शुरू हुआ तो इस कंपनी ने सैनिकों के इलाज के लिए सर्जिकल बैंडेज बनाना शुरू किया। उसके बाद वहीं रेड क्रॉस की नर्सें इसका उपयोग सेनेटरी नैपकिन की तरह करने लगीं। इतना ही नहीं बाद में टिश्यू भी बनाए गए।
जेरीकैन:
1930 में इसे जर्मन मिलिट्री इन जेरीकेन का इस्तेमाल करती थी। बाद में ये आम जनजीवन का जरूरी अंग बन गए। इनका इस्तेमाल सूखी या तरल हर प्रकार की चीज रखने में होता है।
inextlive from Spark-Bites Desk
Interesting News inextlive from Interesting News Desk