क्राइस्टचर्च (एएनआई)। भारतीय महिला क्रिकेट टीम आईसीसी महिला विश्व कप 2022 से बाहर हो गयी है। भारतीय टीम को रविवार को अपने आखिरी लीग मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। विश्व कप में बने रहने के लिए भारत को हर हालत में यह मैच जीतना था। हार के बाद भारतीय महिला क्रिकेट की कप्तान मिताली राज ने अपने फेयरवेल के बयान पर यूटर्न लेते हुए कहा कि टीम के टूर्नामेंट से बाहर होने के ठीक बाद अभी भविष्य पर फैसला लेने का यह सही समय नहीं है।

भविष्य के लिए नहीं बनाई है योजना

कप्तान मिताली राज ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा 'मैंने वास्तव में भविष्य के बारे में बहुत अधिक योजना नहीं बनाई है। जब वास्तव में जब एक खिलाड़ी एक वर्ष की कठिन तैयारी के बाद एक विश्व कप में इस तरह के रिजल्ट का सामना करता है, तो बेहद निराशा होती है। खिलाड़ियों को इसे स्वीकार करने के लिए और फिर वहां से आगे बढ़ने के लिए समय लगता है। जिस तरह का खेल हमने अभी खेला है और जैसा कि मैंने कहा, भावनाएं अभी भी हैं, इस पर मेरे लिए कुछ भी टिप्पणी करना उचित नहीं होगा।'

सचिन तेंदुलकर और जावेद मियांदाद के बराबर मिताली

मिताली सचिन तेंदुलकर और जावेद मियांदाद के बाद छह विश्व कप में खेलने वाली तीसरी क्रिकेटर हैं। इससे पहले मिताली ने संकेत देते हुए कहा थी कि वह अब क्रिकेट से सन्यास लेने की ओर है, हालांकि, मिताली ने रविवार को कहा कि वह अपने करियर के भविष्य के बारे में फैसला तब करेगी जब भावनाएं नियंत्रण में होंगीं।

झूलन गोस्वामी की कमी खली

अनुभवी तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी के बारे में बात करते हुए मिताली ने कहा, 'झूलन के इतने वर्षों के अनुभव और अलग-अलग जगहों पर खेलने का अनुभव हमारे काम आ सकता था। गेंदबाजी आक्रमण का नेतृत्व करने के लिए उनके जैसे वरिष्ठ खिलाड़ी के होने से स्पष्ट रूप से फर्क पड़ता है। लेकिन ऐसा कहने के बाद, मुझे यकीन है कि वह थोड़ी निराश महसूस कर रही होगी कि वह भारतीय टीम के आखिरी गेम का हिस्सा नहीं बन सकी।' झूलन गोस्वामी को ट्रेनिंग सत्र के दौरान साइड स्ट्रेन के कारण टीम से बाहर कर दिया गया था।