भोपाल (पीटीआई)। अभी हाल ही में जोमैटो के मालिक दीपिंदर गोयल ने फूड डिलीवरी का समय 30 मिनट से 10 मिनट में करने का प्लान बनाया है, जिसपर शुक्रवार को मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सड़क सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। कम समय में खाना पहुंचाने का वादा लोगों की और डिलीवरी करने वाले व्यक्ति की जान का कारण भी बन सकता है।

जोमैटो को बदलना होगा प्लान

पत्रकारों से बात करते हुए मिश्रा ने कहा कि जोमैटो को यातायात नियमों का उल्लंघन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी और डिलीवरी के समय होने वाले एक्सीड़ेंट और यातायात नियमों के उल्लंघन के लिए कंपनी को जिम्मेदार होगी। गृह मंत्री ने कहा कि जोमैटो की 10 मिनट में खाना पहुंचाने वाला प्लान अपने डिलीवरी वर्कर्स और अन्य लोगों की लाइफ के साथ खिलवाड़ करने जैसा है। जोमैटो की बात तो छोड़िए मध्य प्रदेश में किसी को भी ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने की इजाजत नहीं होगी। मैं जोमैटो के इन प्लान को बदलने के लिए कह रहा हूँ।

पॉपुलर मेन्यू के लिए है जोमैटो इंस्टेंट

जोमैटो के फाउंडर दीपिंदर गोयल ने सोमवार को कहा कि यह प्लान सिर्फ गुरुग्राम में चार स्टेशनों पर काम करेगा, यह पायलट प्रोजैक्ट Zomato Instant के नाम से अप्रैल से शुरु होगा। नये फीचर की आलोचना के बीच, ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि देर से डिलीवरी के लिए कोई पैनालिटी नहीं है। इसके चलते अगर 10 मिनट और 30 मिनट की डिलीवरी में देर हुई तो कोई इन्सेंटिव नहीं मिलेगा। गोयल ने ट्वीट में कहा था कि 10 मिनट की डिलीवरी केवल पॉपुलर और स्टैंडर्ड मेन्यू के ऑर्डर पर आस-पास की जगह के लिए होगी।

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