- शव लेकर लौटे पिता ने विवाहिता के ससुराल में काटा हंगामा

-मौके पर पहुंची पुलिस ने बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेजा

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LUCKNOW: 'मेरी बेटी के जेठ ने तंत्र विद्या के जरिए उसकी हत्या करवा दी..' यह बोल हैं बेटी की असामयिक मौत से नाराज जीपीओ कर्मचारी शकील खान के जो कि, अमीनाबाद के मॉडल हाउस स्थित बेटी की ससुराल में शव रखकर हंगामा कर रहे थे. उनका कहना था मकान में हिस्सा न देना पड़े, इसीलिए उनकी बेटी की साजिशन हत्या की गई है. हंगामे की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया. फिलहाल पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की बात कही है.

मकान का हिस्सा मांग रही थी

हुसैनगंज के लालकुआं निवासी शकील खान जीपीओ में कार्यरत हैं. शकील ने 7 साल पहले अपनी बेटी फरहा उर्फ रुबीना की शादी अमीनाबाद के मॉडल हाउस निवासी सलीम उर्फ डॉन के साथ की थी. मकान में छह भाईयों के साथ रहने पर फरहा की उनसे अनबन शुरू हुई. जिसके बाद वह पति सलीम और तीन साल के बेटे शारिक के साथ लालकुआं स्थित मायके के करीब एक किराये का मकान लेकर रहने लगी. अमीनाबाद में चिकन के कपड़े की दुकान चलाने वाले सलीम की मां व पिता की मौत पहले ही हो चुकी थी. पुश्तैनी मकान में सभी भाईयों का हिस्सा है. कुछ महीनों से फरहा ससुराल के मकान में अपने हिस्सेदारी की मांग कर रही थी.

जियारत के लिये ले गया था अजमेर

शकील के मुताबिक, बीती क्8 अप्रैल को जेठ मंसूर अली उर्फ कक्कू ने फरहा से जियारत करने के लिये अजमेर चलने को कहा. लेकिन, फरहा ने अजमेर जाने से इनकार कर दिया. जिसके बाद मंसूर के सलीम पर दबाव बनाने पर फरहा अजमेर जाने के लिये तैयार हो गई. पर, उसने शर्त रखी कि वह अजमेर तभी जाएगी जब उसके पिता शकील और बहन यासमीन भी उसके संग जाएंगी और उनका खर्च भी मंसूर ही उठाएगा. यह सुनते ही मंसूर इसके लिये तैयार हो गया. जिसके बाद वे लोग अजमेर रवाना हो गए. वहां पहुंचने पर मंसूर ने होटल में दो कमरे लिये. एक कमरा उसने अपनी पत्नी और बच्चों को दे दिया जबकि, दूसरे में फरहा, शकील और यासमीन ठहर गए.

तबियत बिगड़ने पर बुला लाया तांत्रिक

मंसूर उर्स में कपड़े की दुकान लगाता था. जिस वजह से वह सुबह निकल जाता था, वहीं शकील खुद भी जियारत के लिए दरगाह चले जाते थे. शकील के मुताबिक, इसी दौरान ख्7 अप्रैल को अचानक फरहा की तबियत बिगड़ी. जिस पर मंसूर एक तांत्रिक को कमरे में ले आया. तांत्रिक ने फरहा को कुछ खाने को दिया और म् तावीज दिए. तांत्रिक ने शकील से कहा कि वह तावीज को एक-एक घंटे के अंतराल पर फरहा को पानी में घोलकर पिला दें और उसके बाद बचे तावीज को नाले में फेंक दे. शकील का कहना है की जैसे-जैसे वह तावीज देते गए फरहा की हालत बिगड़ती गई.

आखिरी तावीज पिलाते ही हुई मौत

उन्होंने बताया कि जैसे ही उन्होंने आखिरी तावीज को पानी में घोलकर फरहा को पिलाया, वैसे ही उसने दम तोड़ दिया. उसकी मौत के बाद पिता शकील किसी तरह से फरहा के शव को लेकर राजधानी पहुंचे और शव को उसकी ससुराल पर रखकर हंगामा शुरू कर दिया. जानकारी मिलने पर पहुंची अमीनाबाद पुलिस ने बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया. उधर, डॉक्टर्स ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी, इसलिए उसक विसरा प्रिजर्व कर लिया गया है.

शकील ने बेटी फरहा की हत्या का आरोप लगाया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि होने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

सुजीत उपाध्याय

एसओ, अमीनाबाद