गौस नगर में हुई महिला की हत्या का पुलिस ने किया खुलासा

मिस्ड कॉल से हुई थी दोनों में पहले दोस्ती और फिर बने थे प्रेमी-प्रमिका

ALLAHABAD: बाइस साल के युवक और 45 साल की महिला के बीच मिस्ड कॉल से दोस्ती बन गई महिला की जान की दुश्मन। शनिवार को एसएसपी शलभ माथुर ने पत्रकारों के सामने करेली के गौसनगर मोहल्ले में हुई महताब हत्याकांड का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि कत्ल अवैध संबंधों में किया गया। हत्यारोपी आशिक शालू को गिरफ्तार करने के बाद पूरी कहानी सामने आ गई।

शादी के दबाव में किया कत्ल

एसएसपी ने पुलिस लाइन सभागार में बताया कि शाहगंज के दोदीपुर निवासी महिला महताब पत्‍‌नी शमशुद्दीन गौस नगर में किराए के मकान में अकेली रहती थी। तीन साल पहले उसने मोबाइल से किसी को मिस्ड कॉल किया। कॉल करेली निवासी शालू के पास पहुंच गई। उसने रिप्लाई किया तो बात शुरू हुई जो धीरे-धीरे पहले दोस्ती और फिर प्यार में बदल गई।

घर में अकेले रहती थी

महिला घर में अकेले रहती थी, इसका फायदा उठाते हुए शालू उसके पास आने लगा। बच्चे बाधक बने तो महताब ने दोनों बेटों को रिश्तेदार के घर भेज दिया। अब शालू उसका खर्च उठाने लगा था। घटना से कुछ दिन पहले से महताब शालू पर शादी के लिए दबाव बनाने लगी थी।

शादी को नहीं था तैयार

22 साल का शालू नहीं चाहता था कि उसकी शादी 42 साल की महिला से हो। इसे लेकर दोनों में मनमुटाव हो गया। एसएसपी के अनुसार महताब ने 16 अक्टूबर की रात शालू को कमरे पर बुलाया। उसके पहुंचते ही कहा कि यदि वह उससे शादी नहीं करता है तो वह उसे झुठे मुकदमे में फंसा कर जेल भिजवा देगी। इस बात पर दोनों में गाली-गलौज तक की नौबत आ गई। बात बढ़ी तो शालू ने महताब को धक्का दे दिया। इससे उसका सिर दीवार से टकराया और खून बहने लगा। खून देख शालू डर गया। मुकदमे की बात से डरे शालू ने महताब का सिर कई बार दीवार से टकराकर उसे मौत के घाट उतारने के बाद फरार हो गया।

दो दिन तक सड़ती रही लाश

दो दिन बाद जब कमरे से दुर्गध आने लगी तो लोगों को शक हुआ। मकान मालिक मोहम्मद तारीक ने पुलिस को सूचना दी। क्राइम ब्रांच की टीम ने शालू को करैली क्षेत्र के मदारीपुर मोड़ के पास से गिरफ्तार किया।