- एक दर्जन से अधिक मामलों में आया नाम

- पुलिस टीम को मिलेगा 12 हजार का इनाम

<- एक दर्जन से अधिक मामलों में आया नाम

- पुलिस टीम को मिलेगा क्ख् हजार का इनाम

GORAKHPUR:

GORAKHPUR: पिपरौली के पूर्व ज्येष्ठ ब्लाक प्रमुख लाल बहादुर यादव हत्याकांड के आरोपी धनंजय को पुलिस ने शनिवार को जेल भेजा। उसके खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज थे। एसपी सिटी हेमराज मीणा ने कहा कि अभियुक्त को मदद पहुंचाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उनकी सरपरस्ती में वह शहर में आराम से छिपा रहा।

शहर में सक्रिय था हत्यारोपी

तीन साल पहले यूनिवर्सिटी गेट के सामने लाल बहादुर यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में माफिया विनोद उपाध्याय और उसके सहयोगियों का नाम सामने आया। विनोद सहित कई लोगों का पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, लेकिन मुख्य आरोपी धनजंय तिवारी को पुलिस नहीं पकड़ सकी। बुधवार की रात रेल विहार कालोनी में छिपे धनजंय को पुलिस ने पकड़ लिया। उसके खिलाफ कैंट, बेलीपार, शाहपुर, सहजनवां थानों में हत्या, लूट, हत्या के प्रयास, गैंगेस्टर एक्ट सहित कई मामले दर्ज हैं।

करीबियों की मदद से रहा सक्रिय

पूछताछ में सामने आया कि पुलिस वाले धनजंय को ठीक से नहीं पहचानते थे। इसका फायदा उठाते हुए वह शहर में सक्रिय रहा। चिडि़याघर में मिट्टी खनन की रंगदारी मांगने के चक्कर में लाल बहादुर से विवाद हुआ था। लाल बहादुर ने धनजंय के सहयोगी अचिंत्य को थप्पड़ मार दिया। थप्पड़ की कीमत लाल बहादुर को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। एसपी सिटी ने कहा कि करीबियों की मदद से धनजंय शहर में सक्रिय रहा। उसके मददगारों की डिटेल जुटाई जा रही है। उनके खिलाफ क्ख् हजार के इनामी बदमाश को शरण देने की कार्रवाई की जाएगी।

एसएसपी के निर्देश पर पुरस्कार प्राप्त बदमाशों की तलाश की जा रही थी। इस अभियान में धनजंय को अरेस्ट करने में कामयाबी मिली। एसओ रामाज्ञा सिंह और उनकी टीम ने सराहनीय कार्य किया है। इसलिए उनको पुरस्कृत किया जाएगा।

हेमराज मीणा, एसपी सिटी