यहां बोले नारायण मूर्ति

ये सारी बातें मूर्ति ने अपने सम्मान में आयोजित एक समारोह के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि भारत ने सॉफ्टवेयर क्षेत्र में नेतृत्व की जो व्यापक संभावनाएं थी वो वर्तमान में खासी प्रभावित होती दिखाई दे रही हैं। बताते चलें कि 69 वर्षीय नारायण मूर्ति सूचना एवं पौद्योगिकी क्षेत्र की एक मशहूर हस्ती हैं। मूर्ति को इंजीनियर्स फोरम की ओर से अभियंता दिवस समारोह के मौके पर उनकी उपलब्िधयों के लिए सम्मानित किया गया।

ऐसा कहा मूर्ति ने

यहां मौके पर नारायण मूर्ति ने कहा कि हालांकि भारत में विश्व का नेतृत्व करने की बेहतर क्षमता थी, लेकिन केंद्र में रहीं तत्कालीन सरकारों की गलत नीतियों के कारण इस क्ष्ामता ने एक बेहतरीन मौका गवां दिया। इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि 1975 से 1991 के बीच केंद्र की विभिन्न सरकारों की नीतियों ने भारत को क्रम से बहुत पीछे कर दिया है।

सॉफ्टवेयर क्षेत्र में अभी भी अग्रणी

इसके बावजूद पूरी दुनिया में भारत सॉफ्टवेयर क्षेत्र में अभी भी अग्रणी बना हुआ है। इससे जरूर उसे अलग तरह का विश्वास और तीव्रता मिली। मूर्ति ने इस क्रम में बेहद निराशाजनक तस्वीर को प्रस्तुत करते हुए कहा कि भारत में इंजीनियरिंग कॉलेज सिर्फ 25 प्रतिशत अच्छी गुणवत्ता वाले इंजीनियर्स को पैदा करते हैं। इसके साथ भारत को अगर इंजीनियरिंग कॉलेजों के स्तर को बढ़ाना है, तो इसके लिए उन्हें पूरी स्वायत्तता उन्हें देनी होगी।

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