कानपुर। National Safety Day 2020 नेशनल सेफ्टी डे यानी की राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस हर साल वर्कप्लेस पर सेफ्टी को बढ़ावा देने व मजबूत बनाने के लिए सेलिब्रेट किया जाता है। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद द्वारा 4 मार्च को भारत में राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया जाता है। यह दिन लोगों को वित्तीय नुकसान, स्वास्थ्य समस्याओं और उनके जीवन में आने वाली कई अन्य समस्याओं से सुरक्षित निकालने के लिए मनाया जाता है। जागरण जोश डाॅट काॅम में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस को मनाने का उद्देश्य जनजीवन को सुरक्षित करना है। श्रमिकों के साथ आम लोगों को उनकी सुरक्षा के प्रति जागरूक करना होता है। उन्हें दुर्घटनाओं का शिकार होने से बचाना होता है।

देश भर में नेशनल मूवमेंट की तरह मनाया जाता है यह दिन
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस से विशेष सुरक्षा अभियान भी शुरू हो जाता है। इसे एक सप्ताह तक देश के अलग-अलग हिस्सों में एक नेशनल मूवमेंट की तरह चलाया जाता है। इस अभियान के तहतसभी स्कूलों, संस्थाओं, औद्योगिक प्रतिष्ठानों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होते हैं। इनमें श्रमिकों व कर्मचारियों की सुरक्षा के जुड़े महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की जाती है। सेमिनार आदि भी हो आयोजित किए जाते हैं। भारत सरकार के श्रम मंत्रालय ने 4 मार्च, 1966 को भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC) की मुम्बई में सोसाइटी एक्ट के तहत स्थापना की थी।

महत्ता को देखते हुए पूरे सप्ताह मनाने का लिया गया निर्णय

भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद एक स्वशासित संस्था है और जब इसकी स्थापना हुुई थी तब इसमें 8000 सदस्य शामिल थे। इसके बाद साल 1972 में इस संस्था ने राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाने का निर्णय लिया। खास बात तो यह है कि इसकी महत्ता को देखते हुए बाद में इसे पूरे सप्ताह मनाने का निर्णय लिया गया। कहा जाता है कि आजादी के बाद देश में तेजी से औद्योगिकीकरण हुआ। इस दाैरान दुर्घटनाओं की संख्या में भी वृद्धि हुई। ऐसे में इन पर रोक लगाने के लिए ये राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाकर लोगों को जागरुक करने का निर्णय लिया गया था।

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