माओवादी बनी बलात्कार की शिकार

छत्तीसगढ़ के नामकुम इलाके में रहने वाली 15 वर्षीय लड़की ने साल 2009 में माओवादियों के गिरोह को जॉइन किया था. इसके बाद से वह माओवादियों के लिए उनके कैंप में खाना बनाने का काम करती थी. हालांकि पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार इस लड़की का नाम पुलिस से हुई मुठभेड़ों और बम बनाने के मामलों में भी दर्ज किया गया है. अपने बयान में इस लड़की ने बताया कि वह कुंदन पाहन के गिरोह में रहकर सारंडा और खूंटी के अड़की इलाकों में तैनात रही है.

कुंदन की रहती थी बुरी नजर

पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने के बाद माओवादी लड़की ने कहा कि वह कुंदन पाहन के गिरोह के सदस्यों के लिए खाना बनाती थी. लेकिन कुंदन की नियत उसके ऊपर हमेशा खराब रहती थी. इसके बाद कुंदन ने इस माओवादी लड़की का यौन शोषण किया और कईंयों बार बलात्कार किया.

गौरतलब है कि यह लड़की पिछले साल नबंवर में ही कुंदन पाहन के गिरोह से किसी तरह भागकर बाहर आई.

कुंदन कैसे बना कमांडर

माओवादियों में कुंदन पाहन को एक खतरनाक और तेज माओवादी के नाम से जाना जाता है. इसके पीछे कुंदन के अपराधों के फेहरस्ती शामिल है. दरअसल कुंदन ने कुछ साल पहले रांची पुलिस की स्पेशल सेल के ऑफिसर फ्रांसिस इंदवार को गला रेत कर मार दिया था. इस निर्मम हत्याकांड के बाद से माओवादियों में कुंदन पाहन का नाम हो गया और उसे खूंटी इलाके का कमांडर बना दिया गया.

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