- दस हजार करोड़ की आएगी लागत, आठ लेन का होगा

LUCKNOW: महज चालीस मिनट में लखनऊ से कानपुर के बीच का सफर तय करने का सपना जल्द सच हो सकता है। सूबे के दोनों प्रमुख शहरों के बीच आठ लेन का एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस-वे बनाने की कवायद शुरू हो चुकी है। करीब 90 किमी लंबे एक्सप्रेस-वे का एलाइनमेंट बनाने को सर्वे शुरू हो गया है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की एक्सप्रेस-वे विंग ने प्रस्ताव भूतल एवं परिवहन मंत्रालय को भेज दिया है। नये हाई-वे के निर्माण में करीब दस हजार करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। मालूम हो कि हाल ही में केंद्रीय भूतल एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने राजधानी में इस हाई-वे के निर्माण की घोषणा की थी।

अभी लगता है काफी वक्त

लखनऊ-कानपुर के बीच का राष्ट्रीय राजमार्ग अभी चार लेन है। रास्ते में कई जगह रुकावटें, अतिक्रमण आदि से सफर तय करने में काफी समय भी लगता है। हाल ही में आईपीएल मैच के दौरान दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ी डेल स्टेन ने सफर में आने वाली मुश्किलों को लेकर ट्वीट भी किया था। वर्तमान रास्ते पर जाजमऊ पुल, उन्नाव, बंथरा, सरोजनीनगर आदि इलाकों में घंटों लगने वाला जाम नियति बन चुका है। जाम से निजात के लिए केंद्रीय भूतल एवं परिवहन मंत्रालय ने आठ लेन का एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस-वे बनाने का फैसला कर प्राधिकरण को प्रस्ताव बनाने के लिए कहा। जल्द ही तय हो जाएगा कि एक्सप्रेस-वे कहां से शुरू होगा। तीन माह में स्थल चयन और एलाइनमेंट का काम होगा तब तक मंत्रालय से प्रस्ताव भी मंजूर होने की उम्मीद है।

राज्य सरकार भी बनाएगी नया हाई-वे

लखनऊ से कानपुर के बीच सफर की दुश्वारियों को दूर करने के लिए राज्य सरकार भी अपने संसाधनों से पिलर बेस्ड हाईवे बनाने की योजना पर काम कर रही है। यह हाईवे कानपुर के गंगा बैराज को सीधे राजधानी के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट को जोड़ेगा। पिलर्स के नीचे तरह-तरह के फूलों की खेती की जाएगी। हाई-वे पर बारिश का पानी एकत्र करके उसे सिंचाई के काम में लाया जाएगा।