- बरेली से बदायूं और रिछा से जहांनाबाद समेत सौ फुटा और चौपुला शहामतगंज का सफर होगा सुहाना

- बीडीए के प्रस्तावों और अवस्थापना निधि के कार्यो का होगा शुभारंभ, सुलझेगा रामगंगा योजना विवाद

BAREILLY:

अक्सर काम में लापरवाही और हीलाहवाली के लिए पहचाना जाने वाले पीडब्ल्यूडी विभाग नए साल में अपने कई प्रोजेक्ट को पूरा करने का दावा कर रहा है। तो दूसरी ओर बरेली विकास प्राधिकरण की ओर से भी शहर को चमकाने के लिए कई प्रोजेक्ट की शुरुआत होने की उम्मीद है। विभाग का यह प्रोजेक्ट न सिर्फ बरेलियंस की समस्याओं का निदान करेगा बल्कि शहर के विकास में नए आयाम भी जोड़ेगा। फिर चाहे बात रोड पर फर्राटा भरने की उम्मीदों को अमलीजामा पहनाने की हो या एक अदद छत को तरस रहे लोगों को शहर में घर बसाने की हसरतें। इन सबके अलावा रामगंगा आवासीय योजना के भी सुलझने के आसार अधिकारियों की ओर से जाहिर किए गए हैं।

रिछा जहांनाबाद का होगा शुभारंभ

शहर से ट्रैफिक समस्या को दूर करने और आसानी से जहांनाबाद पहुंचने की हसरतों का शुभारंभ अगले साल हो जाएगा। क्ब्.ब् किलोमीटर की दूरी और ख्ख् करोड़ ब्क् लाख के बजट से तैयार हो रहे रिछा जहांनाबाद मार्ग को सितंबर ख्0क्भ् में यातायात के लिए ओपन कर दिया जाएगा। वहीं, दूसरी ओर ख्ब् किलोमीटर की दूरी और क्ख्0 करोड़ के बजट से तैयार हो रहे बरेली बदायूं फोरलेन मार्ग पर भी लोग फर्राटा भरेंगे। इस मार्ग के निर्माण की सभी बाधाएं तकरीबन समाप्त हो गई है। रुकावट बने विभागों के विवाद सुलझ गए हैं और काम ने भी रफ्तार पकड़ ली है। इसके अलावा पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड की ओर से कराए जा रहे सौ फुटा, चौपुला से शहामतगंज मार्ग का चौंडीकरण भी नए साल में हो जाएगा। बरेली नैनीताल, बरेली बीसलपुर और बुखारा फरीदपुर डबल लेन कराए जाने के निर्माण कार्य में आ रही रुकावटें दूर होने और काम के रफ्तार पकड़ने की उम्मीद है।

सुलझेगा रामगंगा विवाद

नए साल में बीडीए को ब्ख् करोड़ की अवस्थापना निधि के जरिए सौंपी गई शहर संवारने के कार्यो की जिम्मेदारी की शुरुआत होगी। इसमें शहर की सड़कों का चौड़ीकरण, पार्को का सुंदरीकरण, चौराहों को खूबसूरत बनाने समेत आवासीय योजनाओं को अमलीजामा पहनाने का कार्य शुरू होगा। अवासीय योजनाओं में किफायती आवास योजना और समाजवादी आवास योजना का कार्य भी शुरू होना तय है। अवस्थापना निधि के जरिए होने वाले कार्यो की टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है। जल्द ही टेंडर का कार्य पूरा होने के बाद विकास कार्य भी स्टार्ट होंगे। दूसरी ओर रामगंगा आवासीय योजना में आशियाना बसाने का सपना भी पूरा होगा। इसके लिए केवल आवंटन में बाधा बन रहे किसान और प्रशासन का विवाद के दूर होने भर की ही देरी है। हाल ही में बोर्ड बैठक में बीडीए के विभिन्न प्रस्तावों पर मुहर लग गई है। जिस पर जल्द निर्माण कार्य भी शुरू होगा।