-चिलचिलाती धूप में बेहोश गिर पड़ीं महिलाएं

-राहत सामग्री वितरण से डेढ़ घंटे पहले प्रशासन ने बैठाया

PRAYAGRAJ: सीएम योगी आदित्यनाथ की बाढ़ राहत सामग्री वितरण कार्यक्रम के चक्कर में प्रशासनिक अधिकारी एक बार फिर भूल कर बैठे। उन्होंने भीषण गर्मी और उमस के बीच दो दर्जन से अधिक पीडि़तों को घंटों तक बैठा दिया। खुले आसमान के नीचे देर तक बैठने से दो महिलाएं चक्कर खाकर गिर पड़ीं। यह देख मौके पर हड़कंप मच गया। अधिकारियों ने तत्काल दोनों महिलाओं को शिविरों के भीतर पहुंचाया। उनकी हालत देख बाकी पीडि़त भी राहत शिविरों के भीतर चले गए।

एक घंटा देरी से आए सीएम

शुक्रवार को सीएम योगी आदित्यनाथ को कैंट हाईस्कूल में बाढ़ पीडि़तों को राहत सामग्री का वितरण करना था। इसके लिए बकायदा मंच बनाया गया था और सामने कुर्सियां लगाई गई थीं। सीएम का कार्यक्रम 12 बजे निर्धारित था। लेकिन वह एक घंटे की देरी से पहुंचे। उधर गर्मी और उमस अधिक होने के बावजूद कार्यक्रम स्थल पर किसी तरह की छाया नहीं की गई थी। इसी बीच अधिकारियों ने 11:30 बजे चयनित 25 पीडि़तों को कुर्सियों पर बैठने का अनाउंसमेंट कर दिया। इन सभी को सीएम के हाथों राहत सामग्री का वितरण किया जाना था।

अचानक गिरी तो मचा हड़कंप

सीएम के इंतजार में बैठी महिलाओं को धूप बर्दाश्त नहीं हुई और उनकी तबियत बिगड़ने लगी। यह देखने के बावजूद ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों ने उन्हें वहां से हटने को नहीं कहा। इसी बीच गंगानगर की रहने वाली 28 वर्षीय पुष्पांजलि चक्कर खाकर कुर्सियों पर गिर पड़ी। यह देखते ही चारों ओर खलबली मच गई। एक अन्य महिला भी कुर्सी पर लेट गई तो उसे भी डॉक्टर के पास ले जाया गया। दोनों को प्राथमिक उपचार देने के बाद राहत शिविर में भेज दिया गया। थोड़ी देर में अन्य पीडि़त भी कुर्सियों से उठकर चले गए। तब तक योगी कार्यक्रम में नही पहुंच सके थे।

160 ने ली दवा, मौसम की तल्खी बरकरार

शुक्रवार को मौसम के तेवर भी ठीक नहीं थे। न्यू कैंट हाईस्कूल में सीएम आए थे। यहां दोपहर तक 160 लोगों ने डॉक्टर को दिखाकर दवाएं ली थीं। इनमें सबसे अधिक मरीज पेट दर्द, चक्कर और बुखार के थे। कुछ मरीजों को दाद-खाज की शिकायत भी थी। डॉक्टरों का कहना था कि भीषण गर्मी और उमस में तेजी से इंफेक्शन फैलने के चांसेज होते हैं। इसी वजह से तबियत खराब होती है।

गर्मी बहुत अधिक थी। इसके चलते महिला चक्कर खाकर गिरी थी। उसका इलाज और जांच करा दी गई। एक अन्य महिला हमारे पास इलाज के लिए नहीं आई। कई मरीजों ने पेट दर्द और बुखार की शिकायत भी दर्ज कराई।

-डॉ। एएन मिश्रा, संक्रामक रोग सेल इंचार्ज