- मुनाफाखोरी के चक्कर में कम नहीं हो रहे हैं प्याज के दाम

- थोक और फुटकर मार्केट में है 25 से 30 रुपए का अंतर

PRAYAGRAJ: मुनाफाखोरी और बिचौलियों की मनमानी के चलते फुटकर मार्केट में प्याज के दाम कम नहीं हो रहे हैं। यही कारण है कि मंडी और फुटकर मार्केट के प्याज के दाम में 25 से 30 रुपए का अंतर आ रहा है। ऐसा भी नहीं है कि मार्केट में प्याज नहीं है। वर्तमान में आढ़तियों के यहां प्याज का स्टॉक बारिश में डंप हो रहा है। फिर भी जनता को सस्ती प्याज नसीब नहीं हो रही है।

इस तरह हो रहा मार्केट में खेल

मुंडेरा मंडी में बुधवार को प्याज के दाम घटकर 25 से 35 रुपए प्रतिकिलो हो गए। जबकि फुटकर मार्केट में यह 60 से 70 रुपए प्रतिकिलो बेची जाती रही। यह सारा खेल बिचौलियों और मुनाफाखोरों का है। यह लोग मंडी से माल लेकर मार्केट में ऊंचे दामों पर बेच रहे हैं। खुल्दाबाद मंडी में 5500 रुपए प्रति क्विंटल की दर से प्याज बेची जा रही है। यहां से माल उठाने वाले व्यापारी मजबूरी में 70 रुपए में प्याज बेच रहे हैं।

काम कर गया सरकार का फंडा

बाढ़ के नाम पर प्याज में मुनाफाखोरी का खेल अभी और फलता-फूलता। आशंका जताई जा रही थी कि प्याज के दाम 100 रुपए प्रति किलो तक पहुंच जाएंगे। लेकिन हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा उनके स्टॉक में प्याज होने का बयान देने के बाद बिचौलियों के हौसले पस्त हो गए। माना जा रहा है कि अगले दो दिन में प्याज के दाम में 10 रुपए की गिरावट आ सकती है।

माल है डंप, नहीं मिल रहे खरीदार

मुंडेरा मंडी में प्याज की आवक घटी जरूर है, लेकिन स्टॉक में कमी नहीं हुई है। वर्तमान में कई आढ़तियों के प्याज डंप हैं लेकिन खरीदार नहीं मिल रहे हैं। जानकारी के मुताबिक पिछले साल तक बिहार और छत्तीसगढ़ के व्यापारी प्याज की खरीदारी के लिए आते थे। लेकिन चढ़ी मार्केट की वजह से उन्होंने भी मुंह मोड़ लिया है। आमतौर पर 1200 से 1500 रुपए में बिकने वाली प्याज के दाम इस साल 4000 तक पहुंचे हैं जिससे बाहरी व्यापारियों की हालत भी खराब हो चुकी है।

कॉलिंग

बिचौलियों की मनमानी पर रोक लगनी चाहिए। इनकी वजह से आम जनता तक महंगा प्याज पहुंच रहा है। जबकि असलियत में इतनी महंगाई नहीं है। प्रशासन को भी इस ओर ध्यान देना होगा।

-रोमा राज

प्याज के नाम पर लूटखोरी चरम पर है। इस बार बाढृ आ जाने से जमाखोरों को मौका मिल गया है। यह लोग आपस में मिलकर जनता को चूना लगा रहे हैं। ऐसी ही महंगाई रही तो लोगों को प्याज से दूरी बनानी पडृेगी।

-शहजादे

जैसे ही बाढ़ आई, बिचौलियों ने प्याज के दाम बढ़ा दिए। इन्होंने मार्केट से प्याज लेकर डंप कर लिया और इसे मनमाने दाम पर बेच रहे हैं। छोटे व्यापारी भाड़े और वसूली के डर से मंडी नही पहुंच पाते।

-अजय दुबे

वर्जन

मंडी में अधिकतम 35 रुपए प्रतिकिलो प्याज बिक रही है। फिर भी फुटकर में लूट मची है। इस पर प्रशासन को ध्यान देना चाहिए। अब तो ठीक-ठाक स्टॉक हो गया। केंद्र सरकार ने भी सस्ती प्याज उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है। अब प्याज के दाम घट जाने चाहिए।

-सतीश कुशवाहा, अध्यक्ष, मुंडेरा मंडी फल सब्जी व्यापार मंडल प्रयागराज