-दो साल पूरा होने पर किया गया सेमिनार का आयोजन

PRAYAGRAJ: जिस मंशा के साथ जीएसटी लागू किया गया था, उसका असल लाभ अभी तक व्यापारियों और जनता तक नहीं पहुंचा है। लोग अभी जीएसटी की बारीकियों और पेचीदगी से अनजान हैं। यह बात द इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया की ओर से जीएसटी की दूसरी सालगिरह पर कही गई। दो साल पूरा होने पर संस्था की ओर से सेमिनार का आयोजन किया गया। इसमें विशेषज्ञों ने जीएसटी पर अपने विचार प्रकट किए।

नहीं पता कैसे लेना है लाभ

सेमिनार में बताया गया कि दो साल पहले सरकार ने जीएसटी लागू किया था। इसका उद्देश्य टैक्स चोरी को रोकना और व्यापार का एक बेहतर माहौल प्रदान करना था। इसमें काफी हद तक सफलता मिल चुकी है। लेकिन अभी भी टैक्स देने वाले बहुत से व्यापारियों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। उनको जीएसटी के बारे में बताने की जरूरत है। अभी भी लोगों को नहीं पता कि वह एक से अधिक बार जीएसटी जमा कर रहे हैं। कुछ लोग व्यापारियों की इस अज्ञानता का फायदा भी उठा रहे हैं। जिस पर रोक लगनी जरूरी है।

आगे चलकर लोगों को करेंगे जागरुक

संस्थान के इलाहाबाद चैप्टर के ऑफिस इंचार्ज अमिताभ शुक्ला ने बताया कि पहले हम अपनी कंपनी के मेंबर्स को जागरुक करना चाहते थे। इसलिए सेमिनार का आयोजन विस्तार से चर्चा की गई। जल्द ही हम जनता के बीच जाकर उनको जीएसटी के बारे में बताएंगे, जिससे वह भी जागरुक हो जाएं। सबसे ज्यादा ध्यान जीएसटी फाइलिंग के तरीकों पर दिया जाएगा।

मुख्य अतिथि ने दिए टिप्स

जीएसटी सेमिनार में चीफ गेस्ट के रूप में ज्वॉइंट कमिश्नर संजय श्रीवास्तव ने अपने विचार रखे। उन्होंने जीएसटी के बारे में बताय। मुख्य वक्ता के रूप में असिस्टेंट कमिश्नर सत्यव्रत उपाध्याय रहे। संस्था की मैनेजिंग कमेटी सहित सीएस वाइस चेयरमैन लवकुश यादव, सेक्रेटरी महुआ मजूमदार, ट्रेजरार आशुतोष शर्मा, मेंबर आयुष सिन्हा, विकास अग्रवाल, हर्ष तिवारी व अमिताभ शुक्ला ने विशेष भूमिका निभाई।