नई दिल्ली (पीटीआई)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने मंगलवार को कहा कि भारत अब तक कोरोना वायरस के कम्युनिटी ट्रांसमिशन फेज को रोकने में सफल रहा है। सरकार को लोगों के स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था के संबंध में एक संतुलनकारी कार्य करना होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि कोरोना वायरस महामारी के बाद वैश्विक महामारी के बारे में लाया गया व्यवहार परिवर्तन स्वस्थ समाज के लिए सामान्य हो सकता है। अगर हाथ की स्वच्छता को बनाए रखने जैसे परिवर्तन महामारी के बाद भी लोगों के जीवन में शामिल रहते हैं तो राष्ट्र इस टाइम को आशीर्वाद के रूप में याद कर सकता है।

सोशल डिस्टेंसिंग की प्रैक्टिस करते रहें

कोरोना संकट और लाॅकडाउन के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से आग्रह किया कि वे इस घातक कोरोना वायरस से सुरक्षित रहने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग की प्रैक्टिस करें और थोड़ी-थोड़ी देर तक हाथ धोएं। अब तक हम जानते हैं कि कोरोना वायरस से लड़ना कोई रॉकेट साइंस नहीं है। डाॅक्टर हर्षवर्धन ने बताया कि देश भर में हेल्थ प्रोफेशनल की सुरक्षा के लिए, भारत ने (व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण) के उत्पादन में काफी वृद्धि की है और साथ ही एन -95 मास्क के उत्पादन में भी वृद्धि की है। देश फार्मास्युटिकल आइटम, फार्मास्यूटिकल्स के लिए कच्चे माल के उत्पादन को बढ़ाने पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है।

दिशानिर्देशों के अनुसार लॉकडाउन में ढील दी

केंद्रीय मंत्री ने सोमवार को देश भर में शराब के खिलाफ अराजकता पर भी चर्चा की क्योंकि कई राज्यों ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार लॉकडाउन में ढील दी। इस दाैरान कई स्थानों पर लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग काे दरकिनार कर बिना सोचे-समझे शराब की दुकानें पर पहुंच गए। इस पर उन्होंने कहा कि इस समय हमें हर निर्णय को निष्पक्ष रूप से ताैलना होगा और उन्हें लागू करने से पहले उनके परिणामों की भविष्यवाणी करनी होगी ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कोरोना वायरस के मामलों में कोई स्पाइक न होने पाए। देश में कोरोना वायरस के मामले 46,433 पहुंच गए हैं।

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