- स्टूडेंट्स को एक सेमेस्टर में पूरी करनी होगी 23 क्रेडिट की पढ़ाई

- यूजी एवं पीजी दोनों ही कार्यक्रमों में होगा लागू

- एकेटीयू वीसी की अध्यक्षता में बोर्ड ऑफ स्टडीज की बैठक में लिया गया निर्णय

LUCKNOW: डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) में नए सेशन से यूजी और पीजी दोनों ही कोर्सेस में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) को लागू कर दिया है। यूनिवर्सिटी में वीसी प्रो। विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित हुई बोर्ड ऑफ स्टडीज की बैठक में इस पर मुहर लगाई गई। सीबीसीएस के लागू हो जाने के बाद एकेटीयू के संबद्ध संस्थानों में एडमिशन लेने वाल स्टूडेंट्स को नए सेशन में 23 क्रेडिट की पढ़ाई एक सेमेस्टर में पूरी करनी होगी। इसके लिए स्टूडेंट्स समर क्लासेस के जरिए भी क्रेडिट पूरा कर सकेंगे।

नए सिलेबस को दी मंजूरी

सीबीसीएस को लागू किए जाने के अलावा बैठक में बीटेक, बीफार्म, बीएचएमसीटी के फ‌र्स्ट इयर के कोर्स में हुए बदलाव के आर्डिनेंस पर चर्चा हुई। चर्चा के दौरान कुछ संशोधन के बाद आर्डिनेंस को लागू करने पर सहमति हुई। यह भी निर्णय लिया गया कि इसी तरह का आर्डिनेंस एमबीए, एमसीए एवं आर्किटेक्चर के लिए भी बनाया जाए। इसके अलावा सभी कोर्सेस के लिए जहां एआईसीटीई की ओर से लेटरल इंट्री की व्यवस्था हो, एलिजिबिलटी क्राइटेरिया के अनुरूप बना ली जाए। बोर्ड ऑफ स्टडीज में मिले सुझावों के अनुसार ब्रांच परिवर्तन की समस्त प्रक्रिया प्रत्येक दशा में एकैडमिक इयर के 30 अगस्त तक पूरी कर ली जाए।

अब नहीं बदल सकेंगे स्टडी सेंटर

इसके साथ ही कॉलेज न बदलने की तरह स्टडी सेंटर को भी किसी भी दशा में नहीं बदला जाएगा। एकेटीयू में अभी तक कुछ स्टूडेंट्स को किसी समस्या या दूसरे कारण से कॉलेज में पढ़ने के बजाए उनके पास के ही किसी कॉलेज में स्टडी सेंटर के तौर पढ़ने की छूट दी जाती थी। आमतौर पर स्टूडेंट्स इसमें हर साल बदलाव करा लेते थे। अब नए सेशन से स्टूडेंट्स को स्टडी सेंटर बदलने की छूट नहीं दी जाएगी। बोर्ड ऑफ स्टडीज की ओर से जेनेरल प्रोफिसिएंसी की आवश्यकता को देखते हुए इवैल्यूएशन स्कीम में दी गयी व्यवस्था पूरी तरह समाप्त कर दी गयी है।

अन्य वर्षो के कोर्स पर मांगेंगे सुझाव

एकेटीयू की ओर से बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि फ‌र्स्ट इयर छोड़कर अन्य वर्षो का कोर्स स्ट्रक्चर बनाने के लिए नवीन सुझावों को आमंत्रित किया जाएगा। सुझावों के लिए एकेटीयू की ओर से जल्द ही अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर इसका लिंक उपलब्ध कराएगी। जिससे संबद्ध संस्थानों एवं प्रोफेसर से सुझाव प्राप्त किए जा सकें। बताते चलें कि एकेटीयू की ओर से अपने कोर्सेस को रोजगारपरक बनाने के लिए इंडस्ट्री व बाजार के पेशेवरों को इसमें शामिल किए जाने की योजना बनाई गई है।