शुरूआत अभी अजमेर जिले से
जानकारी के मुताबिक लगातार राज्य में राशन वितरण प्रणाली में गेहूं, चीनी केरोसिन आदि सामग्री में धांधली की खबरें आ रही थीं। जिससे अब इस योजना को बेहतर और पारदर्शी बनाने के लिए इलेक्ट्रानिक मशीन का इस्तेमाल किया जाने वाला है। अभी शुरूआती दौर में 8 जिलों में प्वाइंट ऑफ सेल मशीन “पॉस’ के माध्यम से राशन बॉटा जाने वाला है। जिसमें इसकी शुरूआत अभी अजमेर जिले से हुई हैं। यहां पर जिले की 1145 में से 545 उचित मूल्य की दुकानों में पॉस मशीनों को वितरित किया गया है। जिससे सबसे खास बात तो यह है कि 494 दुकानों में मशीनों को एक्टिवेट भी कर दिया गया है। जिससे अब यहां पर इन्हीं मशीनों से राशन वितरित किया जाएगा। इस दौरान धांधली रोकने के लिए ये पॉस मशीनें खाद्य नागरिक एवं आपूर्ति विभाग के सेंट्रलाइज्ड सर्वर से जुड़ी रहेंगी। इतना ही नहीं ये भामाशाह डाटा हब से इंटरनेट के माध्यम से भी जुड़ी होंगी।

कार्ड देने की प्रक्रिया शुरू

ऐसे में अब लोगो को भामाशाह कार्ड के तहत ही इस राशन योजना का लाभ मिलेगा, क्योंकि इस डिजिटल राशनकार्ड के 12 अंकों को मशीन में अंकित कर कर दिया है। ऐसे में में जिन लोगों को यह कार्ड नहीं मिला है उन पात्रों को यह कार्ड देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। सूत्रों की मानें तो अब यह पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन हो जाने से अब राशन दुकानों की मानीटरिंग ऑनलाइन ही होगी। लाभार्थी की ओर से ली गई सामग्री तथा राशन डीलर के पास शेष कोटे की पूरी डिटेल अब ऑनलाइन मिलेगी। इतना ही नहीं इस मशीन के तहत से राशन लेने के बाद अब दुकानदार उपभोक्ता को प्राप्त सामग्री की कम्प्यूटराइज्ड रसीद भी देंगे।

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