- रिटायर्ड जवानों से टाईअप कर रहा है रोडवेज, जल्द शुरू होगी सर्विस

- 20 गाडि़यों से होगी ट्रायल बेसिस पर शुरुआत, तीन महीने के बाद बढ़ाई जाएगी बसों की संख्या

- 31 प्वाइंट चेकलिस्ट के बाद ही जारी होगा फिटनेस सर्टिफिकेट

GORAKHPUR: बसों में महिलाओं से छेड़छाड़ पर लगाम लगेगी और पैसेंजर्स को सेफ और सिक्योर जर्नी की फील होगी। इसके लिए अब आर्मी के रिटायर्ड जवानों को एयर कंडीशंड जनरथ बस चलाने की जिम्मेदारी दी जा रही है। इसके लिए खाका तैयार हो चुका है, बातचीत भी फाइनल स्टेज में है। सबकुछ ठीक रहा तो अगले माह से आर्मी से रिटायर्ड जवान जनरथ की कमान संभाले नजर आएंगे। यह बातें मुख्य प्रधान प्रबंधक जयदीप वर्मा ने कही। पायलट प्रोजेक्ट के तहत 20 बसों से इसकी शुरुआत की जाएगी और तीन माह ऑब्जर्वेशन के बाद बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी।

पैसेंजर्स को राह में मिलेगा मनपसंद खाना

कैंप लगाकर मानदेय चालकों की भर्ती की जा रही है। अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे गांवों में पहुंचकर चालकों की तैनाती करें। पैसेंजर्स की सुविधा के लिए मील ऑन रोड एप लांच कर दिया गया है। कोई भी यात्री एप पर अपने मनपसंद का खाना बुक कर सकता है। सुझाव भी दे सकता है। सफर के दौरान उसे निर्धारित ढाबे पर क्वालिटी फूड आइटम्स मुहैया कराए जाएंगे। गोरखपुर-लखनऊ रूट पर दो ढाबे इसके लिए अधिकृत किए गए हैं। गर्मी का मौसम आने से पहले सभी बस स्टेशनों पर वॉटर एटीएम लगा दिया जाएगा। जल्द निगम के बेड़े में 550 बसें शामिल की जाएंगी, इसमें गोरखपुर को भी कुछ बसें मिलेंगी। उन्होंने समीक्षा बैठक के दौरान घट रही आय पर चिंता व्यक्त की। कहा कि लोड फैक्टर कम होने यानी बसें खाली होने पर संबंधित को सेवा से मुक्त कर दिया जाएगा। उन्होंने सुधार के लिए 31 मार्च तक का समय दिया है।

सभी बसों में लगेंगे पैनिक बटन

पैसेंजर्स की सुरक्षा के सवाल पर उन्होंने बताया कि सभी नई बसों में पैनिक बटन लगाए जाएंगे। आने वाले दिनों में पुरानी बसों में भी यह व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। बसों में गंदगी के सवाल पर उन्होंने कहा कि अब बसों का निरीक्षण भी आनलाइन होगा। 31 प्वाइंट्स पर मॉनीटरिंग की व्यवस्था की गई है। इसके लिए भी एप तैयार किया गया है। बसों में गंदगी व अनियमितता पाए जाने पर कार्रवाई हो रही है। डेढ़ माह में सात कर्मचारी निलंबित किए जा चुके हैं।