कानपुर। बप्पी लाहिड़ी का जन्म 27 नवंबर,1952 को हुआ था और आज ये मशहूर संगीतकार अपना 66 वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं। बप्पी दा ने 80 के दशक में बाॅलीवुड को यादगार गानों की सौगात दे कर अपनी पहचान बनाई।महज 17 साल की उम्र से ही बप्पी संगीतकार बनना चाहते थे और उनकी प्रेरणा बने एसडी बर्मन। बप्पी टीनएज में एसडी बर्मन के गानों को सुना करते और उन्हें रियास किया करते थे। जिस दौर में लोग रोमांटिक संगीत सुनना पसंद करते थे उस वक्त बप्पी ने बाॅलीवुड में 'डिस्को डांस' को इंट्रोड्यूस करवाया।
सिर्फ गाने ही नहीं लुक भी है बाकियों से अलग
बप्पी दा का फेमस 'डिस्को डांसर' साॅन्ग तो याद ही होगा जिसके बाद उन्हें 'डिस्को किंग' कहा जाने लगा। बप्पी ने 'याद आ रहा है', 'तम्मा तम्मा लोगे', 'जवानी जानेमन', 'रात बाकी', 'डिस्को डांसर' और 'ऊ ला ला' जैसे गानों से फिल्म जगत में अपनी कभी न मिटने वाली छाप छोड़ दी है। वहीं बप्पी सिर्फ अपने गानों की वजह से ही नहीं बल्कि अपने लुक को लेकर भी हमेशा चर्चा में रहते हैं। बप्पी जब भी कैमरे के सामने आते हैं काला चश्मा लगाए दिखते हैं, साथ ही 18 कैरेट गोल्ड की ज्वैलरी पहने नजर आते हैं। दोनों हाथों में ढेर सारी गोल्ड की अंगूठियां और गले में मोटी सी सोने की चेन उनके लुक को बाकी के संगीतकारों से अलग बनाती है।
एक साल के अंदर गाए 180 साॅन्ग
बप्पी दा ऐसे सिंगर हैं जिनके संगीत से 80 के दशक में यूथ रिलेट करता था और इसलिए उन्होंने करीब 13 एलबम बना डाले। वहीं मिड डे की एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 1986 में उन्होंने 33 फिल्मों में 180 गानें गा डाले थे। अपने इस करतब की वजह से उन्होंने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकाॅर्ड भी कायम कर दिया था। इन सबके बाद साल 2002 में बप्पी ने कम चर्चित वेटरन साॅन्ग 'कलियों का चमन' का रिमिक्स मार्केट में उतारा और लोगों ने इसे खूब पसंद भी किया। हालांकि बप्पी गाॅसिप से बचना ही पसंद करते हैं तभी तो वो अपनी पर्सनल लाइफ के बारे में कभी रिवील नहीं करते हैं। वो चर्चा में रहते भी हैं तो सिर्फ अपने गानों की वजह से।
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