कानपुर। टेस्ट क्रिकेट इतिहास में आज तक कुल 44 हैट्रिक ली गई हैं। इसमें दुनियाभर के गेंदबाज शामिल हैं, हालांकि इन सभी के नामों को याद रखना काफी मुश्किल है। वैसे भी इतिहास सिर्फ उसी का नाम याद रखता है जिसने पहली बार कोई कारनामा किया हो। तो आइए जानें टेस्ट क्रिकेट में पहली हैट्रिक लेने वाले गेंदबाज को। जानिए ये गेंदबाज किस टीम का है और इसने कब ये रिकाॅर्ड बनाया।

टेस्ट क्रिकेट की पहली हैट्रिक
फ्रेड स्पोफफोर्थ ने ऑस्ट्रेलियाई टीम की तरफ से अपना पहला टेस्ट मैच साल 1877 में मेलबर्न में खेला था। पहले मैच में ही अपनी गेंदबाजी से प्रभावित करने वाले फ्रेड के लिए सबसे यादगार लम्हा दो साल बाद आया। साल 1879 में दो जनवरी को ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एमसीजी में टेस्ट मैच खेला जा रहा था। इंग्लैंड की टीम टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने उतरी। उस समय किसी को यकीन नहीं था कि अगले कुछ घंटों में ऐसा अनोखा रिकॉर्ड बनेगा जो इतिहास में दर्ज हो जाएगा। ऑस्ट्रेलियाई पेसर फ्रेड स्पोफफोर्थ ने अपनी धारदार गेंदबाजी से इंग्लिश बल्लेबाजों की कमर तोड़ दी। टीम का स्कोर अभी 26 रन ही था कि फ्रेड ने लगातार तीन गेंदों में तीन विकेट लेकर इंग्लैंड का स्कोर 26 रन पर 7 विकेट कर दिया। टेस्ट क्रिकेट में यह पहला मौका था जब किसी गेंदबाज ने हैट ट्रिक ली।


फर्स्ट क्लॉस क्रिकेट में 853 विकेट लिए
ऑस्ट्रेलिया टीम में हमेशा ही बेहतर खिलाड़ियों की लाइन लगी रही है। फ्रेड के पास टैलेंट तो था लेकिन वह ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए ज्यादा मैच नहीं खेल पाए। फ्रेड ने कुल 18 टेस्ट खेले जिसमें उन्होंने 94 विकेट लिए। वहीं फर्स्ट क्लॉस क्रिकेट की बात करें तो फ्रेड के खाते में 155 मैचों में 853 विकेट दर्ज हैं।


एक टेस्ट में दो हैट्रिक

एक सदी से लंबे टेस्ट इतिहास में कुल 44 हैट्रिक भले ली गई हों मगर एक हैट्रिक ऐसी है जिसकी बराबरी कोई नहीं कर पाया। हम बात कर रहे एक टेस्ट में दो हैट्रिक की। जी हां ये कारनामा किया है ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज जिमी मैथ्यूज ने। ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज रहे जिमी मैथ्यूज ने साल 1912 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ एक टेस्ट की दोनो पारियों में हैट्रिक ली थी। ऐसा कारनामा करने वाले वह दुनिया के इकलौते गेंदबाज हैं।

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