जेनेवा (एएनआई)। पाकिस्तान दुनिया भर में जम्मू-कश्मीर को लेकर भारत के खिलाफ मनगढ़ंत कहानी सुनाए जा रहा है। हालांकि, इससे उसको विश्व में कहीं भी फायदा नहीं मिला, हर जगह उसे मुंह की खानी पड़ी। अब पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को जेनेवा में चल रहे संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 42वें सत्र में लेकर पहुंच गया है। मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद सत्र के दौरान पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भारत के खिलाफ मनगढ़ंत कहानी सुनाई लेकिन इसी बीच उनके मुंह से सच्चाई बाहर आ गई। दरअसल, कुरैशी ने बातचीत के दौरान जम्मू-कश्मीर को 'भारतीय राज्य' कह दिया।
#WATCH: Pakistan Foreign Minister Shah Mehmood Qureshi mentions Kashmir as “Indian State of Jammu and Kashmir” in Geneva pic.twitter.com/kCc3VDzVuN
— ANI (@ANI) September 10, 2019
ध्यान खींचना चाहता है पाकिस्तान
बताया जा रहा है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री कुरैशी ने UNHRC से संयुक्त जांच समिति के गठन की मांग की है। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर की मौजूदा स्थिति पर ध्यान देने का भी आग्रह किया है। बता दें कि पाकिस्तान दुनिया का ध्यान खींचने के लिए UNHRC में जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाकर अपना आखिरी दांव खेल रहा है। यही कारण है कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार के 42वें सत्र में उसने इस मुद्दे को उठाया है। पाकिस्तान कश्मीर पर दुनिया का सहारा लेना चाहता है। अब इस सत्र में भारत भी पाकिस्तान के आरोपों पर खुलकर जवाब देगा।
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पाक की पोल खोलेगा भारत
भारत, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के इस सत्र में बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में पाकिस्तान द्वारा किए जा रहे मानवाधिकारों के उल्लंघन का पोल खोलने की तैयारी में है। बताया जा रहा है कि जिस जगह पर इस सत्र आयोजन किया गया है, वहां सामने पाकिस्तान में बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में मानवाधिकारों के उल्लंघन को बेनकाब करने वाले पोस्टर और बैनर लगाए गए हैं।
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