वाशिंगटन (एएनआई)। अमेरिका ने पाकिस्तान में पत्रकारों पर लगी पाबंदियों को लेकर गहरी चिंता जताई है। वाशिंगटन ने उन खबरों पर यह चिंता जताई कि गैर लाभकारी अमेरिकी संगठन कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट (सीपीजे) के प्रमुख स्टीवन बटलर को पाकिस्तान में प्रवेश करने से रोक दिया गया।अलजजीरा की खबर के अनुसार, बटलर शुक्रवार को जब लाहौर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचे तो पाकिस्तानी अधिकारियों ने उन्हें देश में प्रवेश करने नहीं दिया। यहां से उन्हें वापस दोहा भेज दिया गया। अधिकारियों ने उनसे कहा, 'आपका वीजा वैध है लेकिन मुल्क में आपके प्रवेश पर रोक है। आपका नाम गृह मंत्रालय की उस सूची में है, जिसमें शामिल लोगों के पाकिस्तान में प्रवेश करने पर रोक लगी है।'

मानवाधिकार मसले पर आयोजित कार्यक्रम को करने वाले थे संबोधित

बता दें कि बटलर को लाहौर में इस सप्ताहांत मानवाधिकार मसले पर होने वाले एक सम्मेलन को संबोधन करना था। इस वाकये के बाद अमेरिकी विदेश विभाग की दक्षिण और मध्य एशियाई ब्यूरो की प्रमुख एलिस वेल्स ने ट्वीट में कहा, 'प्रेस की आजादी कार्यक्रम से जुड़े एक समन्वयक को प्रवेश नहीं दिए जाने से पाकिस्तान में पत्रकारों पर लगी पाबंदियों को लेकर चिंता बढ़ रही है। मीडिया की आजादी किसी भी लोकतंत्र के लिए जरुरी है। इसलिए हम पाकिस्तान से आग्रह करते हैं कि वह बटलर को लेकर अपने फैसले पर पुनर्विचार करे।' इसके अलावा सीपीजे के कार्यकारी निदेशक जोएल साइमन ने भी बटलर के निर्वासन की निंदा की है। उन्होंने कहा, 'स्टीवन बटलर को देश में घुसने से रोकने वाला  पाकिस्तानी अधिकारियों का यह कदम चौंकाने वाला है और देश में प्रेस की आजादी पर सवाल खड़े करता है।'

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प्रेस फ्रीडम इंडेक्स में पाकिस्तान का स्थान 142वां

यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि पाकिस्तान ने 2019 के लिए रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (आरएसएफ) प्रेस फ्रीडम इंडेक्स में 142वां स्थान प्राप्त किया था। पिछले साल वह इस इंडेक्स में 139वें स्थान पर था लेकिन इस वर्ष वह और नीचे चला गया। बुधवार को, लाहौर में पुलिस द्वारा एक स्थानीय रिपोर्टर पर की गई बदसलूकी के खिलाफ पाकिस्तानी पत्रकारों ने देश भर में विरोध प्रदर्शन किया था।

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