RANCHI:मखमली आवाज के जादूगर पंकज उदास ने जब शनिवार की शाम को अपनी गजलों से रौशन किया तो लोगों के दिलों में गजल के दीप जल उठे और जुबां से सिर्फ वाह-वाह की आवाज निकली। मौका था इस्टर्न इस्टेट कंस्ट्रक्शन एंड डेवलपर्स कंपनी की तरफ से रिम्स आडिटोरियम में पंकज उदास के म्यूजिकल कंसर्ट का। इस सुरमई शाम में पंकज उदास ने मंच पर आते ही अपने अंदाज में सबको सलाम किया और उसके बाद अपने गजलों के पिटारे से एक से बढ़कर एक प्रस्तुती दी। इनमें निकलो ना बेनकाब, जमाना खराब है, जिएं तो जिएं कैसे बिन आपके, हुई महंगी बहुत शराब कि थोड़ी-थोड़ी पिया करो के साथ ही दर्शकों की फरमाइश पर भी अपनी सबसे फेमस गजल जो नाम फिल्म के लिए उन्होंने गाई थी-चिट्ठी आई है, आई है, चिट्ठी आई हैसुनाकर दर्शकों का दिल जीत लिया।

विसर्जन जुलूस में आस्था का सैलाब

रांची के विभिन्न पूजा पंडालों में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन जुलूस शनिवार को गाजे-बाजे के साथ निकाला गया। शहर के प्रमुख चौक-चौराहों से होते हुए विसर्जन जुलूस जलाशयों तक पहुंचा। मौके पर लोग नाचते-झूमते हुए जुलूस में शामिल हुए। महिलाओं ने भी अच्छी भागीदारी निभाई। इससे पहले पूजा समिति के पंडालों में भी महिलाओं ने मां दुर्गा को विदाई दी। मौके पर पूजा समिति के कार्यकर्ताओं में भी गजब का उत्साह देखा गया। वहीं, विसर्जन जुलूस को लेकर विभिन्न चौक-चौराहों पर पुलिस जवानों की भी तैनाती की गई थी। इधर, रामनवमी व चैती दुर्गा पूजा शांतिपूर्वक संपन्न होने पर रांची के एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने शहर वासियों व आयोजकों को बधाई दी है।