- पापा का सपना पूरा निकली मरियम खान को प्रदेश का सर्वोच्च पुरस्कार रानी लक्ष्मीबाई अवार्ड

- चौक में रहने वाली मरियम खान को आज सीएम योगी आदित्यनाथ देंगे सम्मान

sanjeev.pandey@inext.co.in

LUCKNOW: सबसे पहले स्कूल में रेस जीती, फिर बास्केटबॉल में बेस्ट प्लेयर का खिताब अपने नाम किया। इसके बाद टेनिस की दुनिया में कदम रखा। फाइनेंशियल क्राइसेज के चलते आगे खेल नहीं सकीं फिर तीन साल पहले सॉफ्ट टेनिस में हाथ आजमाया और मेडल की झड़ी लगा दी। पापा के सपनों को पूरा करने खेल की दुनिया में उतरीं मरियम खान ने प्रदेश का सर्वोच्च पुरस्कार रानी लक्ष्मीबाई अवार्ड हासिल किया है।

मुझे तो विश्वास ही नहीं

मरियम ने बताया कि मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा है कि मैंने यह मुकाम हासिल कर लिया है। यह सपने के सच होने जैसा है। मेरे घर में कोई खिलाड़ी नहीं है, मैं पापा का सपना पूरा करने इस फील्ड में आई। मेरी दो बहने हैं जो डॉक्टर हैं।

पापा को टेनिस पसंद है

बातचीत में मरियम ने कहा, पापा फारुख खान को टेनिस बहुत पसंद है लेकिन किसी कारण से वे इससे दूर रह गए। उन्होंने मुझे टेनिस में एडमिशन दिलाया। धीरे-धीरे टेनिस के प्रति मेरा पैशन बढ़ता गया लेकिन आर्थिक समस्या के कारण आगे खेल न सकी। सॉफ्ट टेनिस की जानकारी मिली तो इसे सीखा। मैंने 2016 में सॉफ्ट टेनिस ज्वॉइन किया और सीधे सीनियर नेशनल खेला। इसमें मुझे गोल्ड मिला। उसके बाद तीन साल लगातार गोल्ड जीता। जापान में हुई एशियन चैम्पियनशिप में कांसालेशन गोल्ड हासिल किया।

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अचीवमेंट पर एक नजर

- 13वीं सीनियर नेशनल सॉफ्ट टेनिस चैंपियनशिप-2016, गोल्ड, टीम इवेंट

- 14वीं सीनियर नेशनल सॉफ्ट टेनिस चैंपियनशिप-2016, गोल्ड, इंडिविजुअल डबल, ब्रांज- टीम इवेंट

- 15वीं सीनियर नेशनल सॉफ्ट टेनिस चैंपियनशिप-2017, गोल्ड, इंडिविजुअल डबल, गोल्ड- टीम इवेंट

- 16वीं सीनियर नेशनल सॉफ्ट टेनिस चैंपियनशिप-2019, गोल्ड, टीम इवेंट, ब्रांज- मिक्सड इवेंट

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इससे बड़ी उपलब्धि एक कोच के लिए क्या होगी कि उसका खिलाड़ी प्रदेश का सर्वोच्च पुरस्कार हासिल करे। मरियम ने लगन के साथ अपने खेल को फॉलो किया और वह मुकाम पाया जो उसका सपना था।

शनीष मणि मिश्रा, कोच सॉफ्ट टेनिस

मुझे खुशी है कि सॉफ्ट टेनिस के दो खिलाड़ी प्रदेश के सर्वोच्च पुरस्कार के लिए चुने गए। मरियम का खेल अभी खत्म नहीं हुआ है। इंटरनेशनल लेवल पर भी उससे मेडल की उम्मीद है।

दीपक चावला, सचिव

उत्तर प्रदेश सॉफ्ट टेनिस चैंपियनशिप

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हेडिंग - श्रेयांस को विरासत में मिला खेल

- खेल विभाग में टेनिस कोच है पिता अनिल सिंह

LUCKNOW(23 Jan):

लखनऊ के एक अन्य खिलाड़ी श्रेयांस सिंह को लक्ष्मण पुरस्कार के लिए चुना गया है। श्रेयांस के पिता अनिल सिंह खेल विभाग में टेनिस कोच हैं। श्रेयांस ने बताया कि मेरे पिता अनिल सिंह समर कैंप के दौरान जब बच्चों को ट्रेनिंग देते थे तब मैं भी पहुंच जाता था। वहीं से मैंने टेनिस खेलना शुरू किया।

घर तक पड़ती थी डांट

श्रेयांस ने बताया कि टेनिस कोर्ट में मुझसे जो गल्तियां होती थीं, उसके लिए मुझे सिर्फ कोर्ट में ही नहीं बल्कि घर में भी डांट पड़ती थी। शुरुआत में डर के मारे कुछ बात भी नहंी कर पाता था। बाद में पापा से अतिरिक्त समय मिलने पर अपने खेल पर बात करता। कोर्ट में शेड्यूल के अनुसार प्रैक्टिस करता। आज उनकी ट्रेनिंग की बदौलत ही यह मुकाम हासिल किया है।