-नाग पंचमी पर शहर के अखाड़ों मची कुश्ती की धूम

-दारागंज व्यायामशाला में हुई दंगल प्रतियोगिता

ALLAHABAD: नाग पंचमी सिर्फ एक त्यौहार नहीं है यह युवाओं में उनके फिजिकल फिटनेस और फाइटिंग स्पिरिट शो करने का माध्यम भी है। इस पर्व पर शहर के अखाड़ों में आयोजित होने वाला दंगल इसका उदाहरण है। वर्षो से ये अखाड़े शहर की गंगा-जमुनी तहजीब की इस अनोखी परम्परा को जिंदा रखे हुए हैं। जहां नागपंचमी के दिन सिर्फ शहर ही नहीं बल्कि आसपास के एरिया से आए पहलवान कुश्ती के दांवपेंच दिखाकर अपनी कला का प्रदर्शन करते है।

पहलवानों का हुआ स्वागत

दारागंज के प्राचीन रघुनाथ दास व्यायामशाला में दंगल की शुरुआत मंदिर के पूर्व पुजारी व अखाड़े के प्रमुख पहलवान प्रकाश के द्वारा बजरंग बली की आरती, पूजन से किया गया। इसके बाद नारियल, जायफल, नीबू का अखाड़े के चारों तरफ व पहलवानों के मंगल कामना के बाद बलि दी गई। इस अवसर पर जूनियर व सीनियर कैटेगरी विभिन्न शहरों से आए तीन दर्जन पहलवान मौजूद रहे। इसके बाद हुए मुकाबले में जूनियर वर्ग में अंशु गुप्ता, नितिन गुप्ता, अरुण निषाद एवं हर्ष निषाद ने अपने प्रतिद्वंद्वी पहलवानों को चित करके जीत हसिल की, जबकि सीनियर वर्ग के अन्तर्गत आयोजित दंगल में सुभाष गुप्ता, राकेश कुमार यादव, रवि निषाद व गौतम ने उत्कृष्ट कुश्ती के दांव पेंच दिखाकर अपनी जीत दर्ज कराई। दंगल के बाद प्रयागराज सेवा समिति के अध्यक्ष धर्मराज पाण्डेय, वरिष्ठ सदस्य केपी पाण्डेय व जिम के प्रबंधक प्रशिक्षक तीर्थराज पाण्डेय बच्चा भैया के द्वारा सामूहिक रूप से सभी पहलवानों को अंगवस्त्रम, मेडल देकर सम्मानित किया गया। शहर के दूसरे प्राचीन व्यायामशालाओं में भी दंगल का शानदार आयोजन किया गया।

गुडि़या के मेले में जमकर हुई मस्ती

नागपंचमी पर शहर में गुडि़या तालाब पर विशेष रूप से मेले का शानदार आयोजित किया जाता है। इस बार भी मेले का भव्य आयोजन किया गया। खुल्दाबाद एरिया में आयेाजित हुए मेले में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे, जहां बच्चों ने जमकर मस्ती की। मेले में बच्चों के विभिन्न प्रकार के झूले विशेष आकर्षण का केन्द्र रहे। हालांकि, शाम को अचानक हुई बारिश ने मेले के आनंद में खलल डाला। बारिश बंद होने के बाद भी लोग मेले का आनंद लेने पहुंचे। उधर, नागपंचमी पर दारागंज स्थित नाग वासुकी मंदिर में भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और नागवासुकी भगवान का दर्शन करके आशीर्वाद प्राप्त किया। घरों में भी इस मौके पर पारम्परिक ढंग से नाग पंचमी की पूजा की हुई। मुट्ठीगंज में स्थित सिद्धपीठ भोलेगिरी मंदिर में इस मौके पर भगवान शिव का भव्य श्रृंगार हुआ। मंदिर को बिजली की झालरों व फूलों से शानदार तरीके से सजाया गया। जिसके बाद भव्य आरती की गई।