तहसील परिसर में गुरुवार दोपहर को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब एक किसान ने पेट्रोल की बोतल अपने ऊपर उड़ेल ली. तहसीलदार द्वारा मकान के आगे बनी दीवार को गिरा देने से वह आहत था. समय रहते मौके पर मौजूद तीन अन्य युवकों ने उसे बचा लिया. पुलिस ने किसान को हिरासत में ले लिया है.
तहसील में आत्मदाह का प्रयास
जमीन को लेकर चल रहा था विवादतहसील सदर के गांव शीशीया का नगला निवासी मोहन सिंह पुत्र स्व. मोती राम किसान है. उसके मकान के आगे जमीन पड़ी है. उसने वहां पर दीवार खड़ी करवा दी, जबकि उसका पड़ोसी दीवान सिंह वहां पर रास्ता बनाने की बात करता है. दीवार के विरोध में पड़ोसी दीवान सिंह ने पिछले दिनों तहसील में अनशन किया. इस पर तहसीलदार ने रात 10 बजे मोहन सिंह की दीवार गिरा दी. आरोप है कि विरोध करने पर उससे मारपीट की.
पेट्रोल लेकर पहुंचा तहसीलमामले में न्याय नहीं मिलने पर मोहन सिंह ने 25 जून को तहसील में अधिकारियों को आत्मदाह करने की चेतावनी दी. गुरुवार को तय समय पर दोपहर 12 बजे वह तहसील पहुच गया. पहले उसने एसडीएम के कमरे में घुसने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो सका. इसके बाद वह भूलेख अनुभाग में चला गया. कुछ देर बाद विभाग से बाहर आया. उसके हाथ में एक पेट्रोल की बोतल लगी थी.
सपा नेता डाल रहा दबावयुवक का कहना था कि पड़ोसी उसे आए दिन परेशान करता है. पड़ोसी को एक सपा नेता के भाई का साथ मिला हुआ है. सपा नेता के दबाव में तहसीलदार ने एसडीएम के आदेश को नकारते हुए उसकी बाउंड्रीवॉल तोड़ दी.
पीडि़त का कहना है कि विरोध किया तो मेरे साथ मारपीट कर दी. अधिकारियों से शिकायत करने पर भी इस समस्या का हल नहीं निकला. आत्मदाह से पूर्व उसने पत्र लिखा कि आत्मदाह के लिए जिम्मेदार सपा नेता का भाई, अधिवक्ता नेता व दीवान सिंह होंगे. पुलिस युवक को हिरासत में ले लिया है.
आधी बोतल उड़ेल ली ऊपरकिसान ने आधी बोतल अपने ऊपर उड़ेल ली, लेकिन वहां मौजूद धनौली के कुर्बान, विजेंद्र व उस्मान ने समय रहते उसके हाथ से बोतल छीन ली. उसे आत्मदाह करने से रोक दिया. आत्मदाह से तहसील में अफरा-तफरी मच गई.