लता मंगेशकर और आशा भोंसले:भारतरत्न लता मंगेशकर भारत की सबसे अनमोल गायिका हैं. सुरों की क्षमता और अपनी प्रतिभा के बल पर ही उन्हें भी 1989 में दादा साहब फाल्के अवार्ड से सम्मानित किया गया. इसके अलावा उन्हीं के नक्शे कदम पर चल रही उनकी बहन आशा भोंसले को भी 2000 में दादा साहब फाल्के अवार्ड से नवाजा गया है.
तस्वीरों में देखें 4 परिवार जिनके एक से अधिक सदस्यों को मिला दादा साहब फाल्के अवॉर्ड...
पहला अवार्ड देविका रानी: बॉलीवुड की दुनिया में अपनी दिलकश अदाओं से दर्शकों को दीवाना बनाने वाली पहली ड्रीम गर्ल देविका रानी को यह पहला अवार्ड मिला. इंग्लैंड में शिक्षा प्राप्त करने वाली देविका रानी ने रॉयल अकादमी ऑफ ड्रामेटिक आर्ट में अभिनय की विधिवत पढ़ाई की.1969 में जब दादा साहब फाल्के पुरस्कार की शुरूआत की तो वह इसकी सर्वप्रथम विजेता बनी थीं.
बोमिरेड्डी नरसिम्हा रेड्डी और नागी रेड्डी: इन्होंने तेलुगु सिनेमा के प्रसिद्ध फ़िल्म निर्देश्ाक के रूप में अपनी पहचान बनायी. इन्हें सिनेमा में अभूतपूर्व योगदान के लिए सन् 1974 में भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च पुरस्कार दादा साहब फाल्के सम्मान से सम्मानित किया गया था. इसके अलावा इनके परिवार बोमिरेड्डी नागी रेड्डी का नाम शामिल है.
बल्देव राज चोपड़ा और यश चोपड़ा:बॉलीवुड के सबसे बड़े पुस्कार दादा साहब फल्के अवार्ड में बॉलीवुड के चोपड़ा परिवार का नाम भी शामिल हैं. इस परिवार के दो सदस्यों को यह अवार्ड मिला है. जिनमे बल्देव राज चोपड़ा और यश चोपड़ा का नाम शामिल हैं.
पृथ्वीराज कपूर और राज कपूर: शशि से पहले उनके पिता पृथ्वीराज कपूर और बड़े भाई राज कपूर को भी दादा साहब फाल्के पुरस्कार मिल चुका है. पृथ्वीराज कपूर कपूर अपने समय के मशहूर रंगकर्मी और फ़िल्म अभिनेता रहें. राज कपूर ने 1930 के दशक में बॉम्बे टॉकीज़ में क्लैपर-बॉय और पृथ्वी थिएटर में एक अभिनेता के रूप में काम किया. पिता की तरह ही इन्हें भी दादा साहब फाल्के अवार्ड प्राप्त हुआ.