सिया के नाम की मेहदी रचाई, सिया मंद-मंद मुस्काई... जैसे भजनों के साथ सियाजी को मेहदी रचाई गई. मेहदी के साथ ही भजन संध्या का भी आयोजन रखा गया.
सिया रानी के हाथों में रचा प्रभु श्रीराम का नाम
इस दौरान जानकी के हाथों में मेहदी लगाने के लिए उनकी सखियों की होड़ थी. सीता सहित उनकी सखियों के भी मेहदी रचाई गई. मेहदी की परम्परा को निभाने के लिए गांधीनगर की महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.
लक्ष्मण के मुकुट न पहनने पर किया रोष व्यक्तब्राह्मण महासभा विपिन वशिष्ठ एवं मनोज वशिष्ठ द्वारा धनुष यज्ञ की लीला में उन्होंने देखा कि अनुज लक्ष्मणजी मुकुट नहीं पहने थे. जिस पर उन्होंने रोष व्यक्त किया. उनका कहना था कि आगरा की रामबारात मुकुट के लिए प्रसिद्ध है.इस पर उन्होंने श्रंगार कमेटी के वरिष्ठ पदाधिकारियों से बात की तो बताया कि स्वामी हरिगोविंद जी द्वारा मुकुट पहनने से मना कर दिया गया था. इस पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि रामबारात जिसके लिए प्रसिद्ध है उसका विशेष ध्यान दें.
मीडिया प्रभारी गौरव गुप्ता के अनुसार आज जानकीजी का डोला जनक जी के निज निवास से निकलकर जनकपुरी का भ्रमण करेगा. वहीं दूसरी ओर दशरथ नंदन के पुत्र श्रीराम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न की भी मेहदी की रस्म अदा की गई.
इस अवसर पर भजन संध्या का भी आयोजन रखा गया. मेहदी के आयोजन में नीनू परमार, वर्षा गोयल, सीमा शर्मा, रीता पचौरी, प्रभा जैसवाल, वीणा गुप्ता, पूनम शर्मा, सुषमा शर्मा, सीमा गर्ग, कविता गोयल आदि सहित सुनयना मां ने भी अपनी लाड़ली को मेहदी रचाई.