कन्वोकेशन में 11,334 स्टूडेंट्स को दी गयी डिग्रियां .
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मेहनत को मिला परिणाम तो हर स्टूडेंट चेहरे पर दिखी खुशी.
डॉ. जी माधवन नायर ने दिया कन्वोकेशन एड्रेस, चांसलर डॉ. कर्ण सिंह ने की अध्यक्षता.
कन्वोकेशन में बतौर चीफ गेस्ट शामिल इसरो के पूर्व चीफ जी माधवन नायर की उपस्थित में चांसलर डॉ. कर्ण सिंह ने एसवीडीवी फैकल्टी के राजा पाठक और तृप्ति आहुजा को चांसलर मेडल व महराजा विभूति नारायण सिंह मेडल से सम्मानित किया.
इसके पूर्व देश राग पर आधारित धुन पर प्रोसेशन परेड निकली. वीसी गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने गेस्ट्स का वेलकम और रजिस्ट्रार डॉ. केपी उपाध्याय ने थैंक्स दिया. वैदिक मंगलाचरण पतंजलि मिश्र ने तथा संचालन डॉ. पद्मिनी रवींद्रनाथ ने किया.
चांसलर डॉ. कर्ण सिंह ने डिग्री हासिल करने वाले सभी स्टूडेंट्स को अपनी काबिलियत का उपयोग समाज के हित में करने का संकल्प भी दिलाया. उन्होंने सभी स्टूडेंट्स को अनुशासन में रहने, सच बोलने, धर्माचरण करने, सत्य, धर्म, ऐश्वर्य, स्वाध्याय व प्रवचन में प्रमाद न करने, देवकार्य और पितृकार्य में प्रमाद नहीं करने का भी संकल्प दिलाया.
कन्वोकेशन एड्रेस में इसरो के पूर्व चीफ जी माधवन नायर ने युवाओं को सीधे समाज से जुडऩे की अपील की. उन्होंने कहा कि हमारे सामने चुनौतियां बहुत हैं पर हमारे पास युवा शक्ति भी है. हमारे युवा इन चुनौतियों का सामना करें और देश आगे बढ़ाये. उन्होंने कहा कि हमने बहुत वैज्ञानिक प्रगति की है पर हमें और भी बहुत कुछ करना है. हमारे वैज्ञानिक प्रगति का ही नतीजा रहा कि हम ओडिशा में आये समुद्री तूफान से लोगों की जान माल की रक्षा कर पाने में सफल रहे. उन्होंंने युवाओं से अपील की कि वे अपने ज्ञान का उपयोग समाज के हित में करें. गरीबों का उन्नयन, उनके लिए बेहतर हेल्थ, पीने का पानी, एजुकेशन जैसी समस्याओं को दूर करने में युवा महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.