सोमवार की दोपहर आये चक्रवाती तूफान ने बरपाया कहर, किसान हुए मायूस, तेज हवा से फसलें हुई बर्बाद
PHOTOS: तस्वीरों में देखें चांदावत तूफान का कहर...
सामनेघाट पीपा पुल का रामनगर किनारे की ओर से हुआ डैमेज, संपर्क टूटा
सोमवार की सुबह धूप निकली थी. हालांकि हवाएं चल रही थी. इस बीच दोपहर होते-होते बादलों ने सूरज को अपने आगोश में ले लिया और कुछ ही देर में देखते ही देखते बादल उमड़ गरज के साथ बरसने लगे. तेज हवाओं के साथ आये चक्रवात ने खेत खलिहानों में पड़ी फसलों को उड़ा दिया. लगभग घंटे भर तक चले इस चक्रवात ने खूब तबाही मचाई. जिसका सीधा असर किसानों पर पड़ा है. बूंदाबांदी से खलिहानों में रखे बोझ भींग गए हैं. जितनी मड़ाई हो चुकी थी उतने आनाज को घरों तक ले जाने में किसान पूरे दिन जुटे रहे. चक्रवात के थमते ही किसान अनाज को बटोरने और घरों तक पहुंचने में लग गए. जानकारों की मानें तो अगर भींगे हुए अनाज पर अगर जल्द धूप नहीं लगी तो दाने काले पड़ सकते हैं.
अचानक बदले मौसम का असर अभी बना रहेगा. मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय के मुताबिक चक्रवात का अंदेशा अभी खत्म नहीं हुआ है. मौसम का मिजाज संकेत दे रहा है कि मंगलवार को भी एक बार फिर चक्रवात हमला कर सकता है. ऐसे में किसानों को चाहिए कि वह जितना संभव हो अपनी मड़ाई के बाद अनाज को सुरक्षित कर लें. प्रो पाण्डेय की मानें तो हवा का रुख उत्तरी पूर्वी है. बंगाल की खाड़ी से नमी पहुंच रही है और लोकल हीटिंग का भी असर अभी बना हुआ है. इन दोनों के मेल से स्थितियां फिर से बिगड़ सकती है. सोमवार को आये तूफान के कारण 24 घंटे में अधिकतम तापमान 3.4 डिग्र्री चढ़कर 30.4 से 33.8 तथा न्यूनतम तापमान 4.3 डिग्र्री गिरकर 25.7 से 21.4 डिग्र्री सेल्सियस हो गया है. अधिकतम आद्र्रता का स्तर 53 से 80 व न्यूनतम स्तर 40 से 38 फीसदी हो गया.
सोमवार को आये तूफान ने कई जगहों पर कहर ढाया. ग्रामीण क्षेत्रों में कई पेड़ गिरे और लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी. वहीं एक बार फिर रामनगर सामनेघाट को कनेक्ट करने वाला पीपापुल टूट गया. जिसके कारण पब्लिक को परेशानी का सामाना करना पड़ा.