Madras cafeऐसा नहीं है कि कभी टेरेरिस्ट और कभी पॉलिकल प्रेशर का इस्तेमाल सिर्फ मद्रास कैफे के लिए पहली बार हो रहा हो. ऐसी कई फिल्में रही हैं जिनके साथ ऐसी प्राब्ललम्स क्रिएट की गयीं. कभी पॉलिटिकल, कभी रिलीजियस और कभी टेरेरिस्ट प्रेशर के चलते कई फिल्मों को रिलीज होने से रोकने की कोशिश की गयी. फिल्म मेंकर्स को कभी कुछ कट्स, कभी कुछ खास सींस में चेंजेस और कभी लंबी लड़ाई के बाद अपनी फिल्में रिलीज करने का मौका मिला.
With Madras cafe most controversial bollywood movies
Kissa Kursi Kaये फिल्म 1977 में रिलीज हुई थी और इसको लेकर इतना बबाल हुआ कि इसकी रील्स और निगेटिव को काटा पीटा गया और जला दिया गया. फिल्म को अपोज करने वालों का कहना था कि ये फिल्म उस दौरान रूलिंग पार्टी की इमेज को डैमेज करने वाली और उसके अगेंस्ट लोगों को प्रोवोक वाली है. काफी हद तक इस बात में सच्चाई भी थी.
Fanaaआमिर खान और काजोल स्टारर ये मूवी एक टेरेरिस्ट की लव स्टोरी थी. इसे लेकर भी खासी कंट्रोवर्सी हुई थी. हांलाकि फिल्म में कुछ भी कंट्रोवर्सियल कंटेंट नहीं था इसके बावजूद 'नर्मदा बचाओ' मूवमेंट से आमिर खान के जुड़ाव के चलते इसे गुजरात स्टेट में रिलीज नहीं होने दिया गया और बाद में गुजरात गवरमेंट के इंट्रेस्ट लेने और थियेटर्स को सिक्योरिटी देने के प्रॉमिस के बाद फिल्म वहां रिलीज हो सकी. गुजरात से बहुत कम रेवन्यू मिलने के बावजूद भी ये फिल्म उस साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी.
Black Friday1993 के मुंबई बम ब्लास्ट पर बेस्ड ये फिल्म अब तक की सबसे कंट्रोवर्सियल फिल्म कही जा सकती है. दो साल तक रिलीज के लिए अटकी रहने बाद इस फिल्म को कुछ कट्स के साथ रिलीज करने की परमीशन मिली. इसके बावजूद ये वार्निंग दी गयी कि अगर इसका असर पब्लिक ओपीनियन और ब्लास्ट केस पर चल रही कोर्ट की हियरिंग्स पर पड़ा तो इसे शोज बंद करने पड़ेंगे.
My Name is Khan My Name is Khan and I am not a terrorist इस फिल्म का यही डॉयलॉग इससे जुड़ी कंट्रोवर्सीज का आईना है. इसके अलावा फिल्म के लीड एक्टर शाहरुख खान के एक सेंटेंस ने रही सही कसर भी पूरी कर दी जब उन्होंने IPL में पाकिस्तानी क्रिकेटर्स के शामिल होने को सर्पोट किया. महाराष्ट्र में शिवसेना ने इस फिल्म के पोस्टर जला दिए और सिनेमाघरों के ओनर्स को धमकी दी कि अगर उन्होंने माई नेम इज खान को अपने सिनेमा हाल्स में दिखाया तो नतीजों के जिम्मेदार वो खुद होंगे. बहरहाल महाराष्ट्र गवरमेंट ने सिक्योरिटी की रिस्पांसिबिलटी ली और तीन दिन डिले होने के बाद ये फिल्म महाराष्ट्र में रिलीज हुई और 2010 की सुपरहिट मूवीज में से एक बनी.
Shanghai दिबाकर बनर्जी के डायरेक्शन में बनी शंघाई मूवी एक पॉलिटिकल थ्रिलर थी. फिल्म में चार लोगों की कहानी है जो पॉवर, क्राइम और पॉलिटिकल कनेक्शंस के फंदे फंस कर एक दूसरे से जुड़ जाते हैं. इस फिल्म के गाने 'भारत माता की जय' को लेकर काफी कंट्रोवर्सी हुई. फिल्म मेकर्स को लीगल केस भी फेस करना पड़ा. पर फाइनली रिलीज हुई इस फिल्म को क्रिटिक्स ने बहुत एप्रिशिएट किया और ठीक ठाक सक्सेज भी मिली.
Satyagrahaइन दिनों प्रकाश झा के डायरेक्श्न में बनी फिल्म सत्याग्रह भी कंट्रोवर्सी के जाल में उलझी हुई है. इसे सोशल एक्टीविस्ट अन्ना हजारे से इंस्पायर्ड बताया जा रहा है. प्रकाश झा की इससे पहले 'आरझण' और 'गंगाजल' मूवीज को लेकर भी काफी कंट्रोवर्सी हो चुकी है. पर बर्निंग इश्यूज पर फिल्म बनाना प्रकाश झा का स्टाइल रहा है और वो हाल फिल्हाल इसे बदलने को रेडी नहीं हैं.