नई दिल्ली (एएनआई)। अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व करने वाले प्रतिष्ठित आदिवासी नेता बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रांची में भगवान बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान सह स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय का उद्घाटन किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, "भगवान बिरसा मुंडा जी को उनकी जयंती पर नमन। स्वतंत्रता आंदोलन को तेज धार देने के साथ-साथ उन्होंने हमेशा आदिवासी समाज के हितों की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ी। देश के लिए उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।"


बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर 1875 को हुआ था
मुंडा जनजाति से ताल्लुक रखने वाले बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर 1875 को हुआ था। 19वीं सदी के अंत में ब्रिटिश शासन के दौरान, उन्होंने आधुनिक बिहार और झारखंड के आदिवासी इलाकों में एक भारतीय आदिवासी धार्मिक सहस्त्राब्दि आंदोलन का नेतृत्व किया। उनकी जयंती देश में बिरसा मुंडा जयंती के रूप में मनाई जाती है और झारखंड स्थापना दिवस के साथ मेल खाती है। एक आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक भगवान बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान सह स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय झारखंड राज्य सरकार के सहयोग से रांची के पुराने केंद्रीय कारावास में बनाया गया है, जहां भगवान बिरसा मुंडा ने अपने प्राणों की आहुति दी थी।

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