आगरा। पुलिस की सख्ती के बाद बाबरिया गैंग ने वारदात का तरीका बदल दिया है। अब वह अंदरूनी इलाकों की जगह बॉर्डर से सटे क्षेत्रों में वारदात को अंजाम देते हैं। जिससे घटना के बाद वह आसानी से भाग सकें।

शहर छोड़ ग्रामीण क्षेत्र में कर रहे वारदात

गैंग के सदस्य शहर छोड़ ग्रामीण इलाकों में संपन्न लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं। एक दशक पूर्व शहर में सक्रिय बाबरिया गैंग ने ग्रामीण इलाकों को अपना ठिकाना बना लिया है। शहर में पुलिस की सक्रियता के चलते पकडे़ जाने का रिस्क बना रहता है। घटना को अंजाम देने के बाद अक्सर पुलिस घेराबंदी कर गिरोह के सदस्यों को अरेस्ट कर लेती है। जबकि ग्रामीण इलाकों में बाबरिया गैंग की सक्रियता बढ़ी है।

गैंग की बॉर्डर पर रहती है चहलकदमी

बाबरिया गैंग की चहलकदमी अक्सर बॉर्डर पर देखी जा सकती है। जिसके चलते आईजी पुलिस सतीश गणेश द्वारा जनपद के बॉर्डर से सटे थानों का निरीक्षण किया गया था। इसके साथ ही थाना प्रभारियों को सक्रिय रहने और रात में पेट्रोलिंग करने के निर्देश भी जारी किए। बॉर्डर पर पुलिस की सक्रियता के चलते मजबूरन बाबरिया गैंग को दूसरे प्रदेशों के जिलों में शिफ्ट होना पड़ा।

पूरा परिवार करता है वारदात

स्पेशल टास्क फोर्स की रिपोर्ट के अनुसार बाबरिया गैंग परिवार के साथ वारदात को अंजाम देते हैं। इस दौरान परिवार का सबसे बड़ा बुजुर्ग भी गैंग के साथ चलता है। गैंग के सभी सदस्य अपने निजी वाहन बोलेरों में सवार होकर शिकार की तलाश में निकलते हैं। गैंग वाहन के सभी डाक्युमेंट कंपलीट रखते हैं। इस दौरान यह हथियार के रूप में एक मजबूत लोहे की रॉड रखते हैं।

एक ही हमले से करते हैं काम तमाम

वारदात को अंजाम देने से पहले गैंग के दूसरे सदस्य वारदात स्थल के विषय में सटीक सूचना देते हैं। इसी के आधार पर गैंग के सक्रिय हमलावर सदस्य अपना काम शुरू कर देते हैं। इस दौरान गैंग को अगर कोई व्यक्ति सोते हुए मिलता है तो वह अपने पास रखी लोहे की रॉड से एक ही वार में उसका काम तमाम कर देते हैं। जिससे वह किसी भी तरह का विरोध न कर सके। इसके बाद घर में जो कुछ भी कीमती जेवर, नगदी होती है उसे लूट कर ले जाते हैं।

जेल की हवा खा रहा सरगना

गैंग का सरगना एक लाख का ईनामी ओमी वर्तमान में जेल की हवा खा रहा है। सूत्रों का कहना है कि भरतपुर से सटे इलाकों में बाबरिया गैंग के सैकड़ों परिवार निवास कर रहे हैं, लगभग सभी क्रिमिनल एक्टिविटीज में लिप्त हैं। गैंग के ऐसे सदस्य जो जेल में हैं, उनकी कोर्ट में वकील द्वारा पैरवी की जा रही है।